करौली. जिला अस्पताल स्थित एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में सोमवार को चिकित्सा संस्थानों के कायाकल्प पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. सीएमएचओ डॉ. दिनेश चंद मीणा की अध्यक्षता में आयोजित कार्यशाला में चिकित्सा व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की गई. सीएमएचओ डॉ. दिनेश चंद मीणा ने बताया की चिकित्सा संस्थाओं के निरीक्षण में बायोवेस्ट निस्तारण की प्रक्रिया में खामी पाई जा रही है. जोकि कायाकल्प के अंक स्तर को नीचे करती है. जिले के सभी चिकित्सा प्रभारियों को इन स्थितियों में सुधार कर अपने संस्थान को 70 प्रतिशत अंकों तक पहुंचाने में भागीदार बनने के निर्देश दिये गए है.
सीएमएचओ ने कहा की चिकित्सा प्रभारी संस्थान स्थित कायाकल्प में मिलने वाली ग्रेडिंग के लिए अधीनस्थ स्टाफ को अवगत कराकर उनका सहयोग लेकर सुधार के प्रयास करें. तो निश्चित ही संस्थान सहित जिले की ग्रेडिंग में सुधार होगा. उन्होंने दो दिवस में कायाकल्प की चैक लिस्ट भरकर चिकित्सा अधिकारियों को भिजवाने के लिए निर्देश दिए हैं.
जिला कार्यक्रम प्रबंधक आशुतोष पांडेय ने कायाकल्प की चैक लिस्ट के अन्तर्गत स्थित पांईट्स के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिले की सभी संस्थाओं पर उपलब्ध संसाधन एवं उनके उपयोग के आधार पर नंबर दिए जाते है. जहां जिस संस्थान पर ध्यान दिया जाता है वहां के नंबर उच्च होते है. पांडेय ने कायाकल्प के लिए जिला स्तर सहित राज्य स्तर से आने वाले निरीक्षकों द्वारा देखी जाने वाली स्थितियों के बारे में जानकारी देकर उनमें सुधार की अपेक्षा जताई. इस दौरान स्टेट क्वालिटी सेल से हैल्थ मैनेजर यतेन्द्र शर्मा, जिला आईईसी समन्वयक लखनसिंह लोधा सहित चिकित्सा संस्थानों के चिकित्सा प्रभारी मौजूद रहे.