सीकर. जिले के नीमकाथाना में ऑक्सीजन प्लांट पर 24 घंटे पूरी शिद्दत से काम करने वालों ने दिन-रात शेखावाटी के कोविड सेंटरों तक बिना रुकावट ऑक्सीजन पहुंचाई है. ऑक्सीजन प्लांट पर काम करने वाले कार्मिकों ने एक घंटे भी छुट्टी नहीं ली
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रोज करीब 700 सिलेंडर भरे जा रहे
भरतपुर निवासी शेर सिंह सैनी भी अपने काम को बखूबी अंजाम दे रहे हैं. वे नीमकाथाना औद्योगिक क्षेत्र स्थित ऑक्सीजन प्लांट पर रीफिलिंग का काम कर रहे हैं. 24 घण्टे रिफलिंग चलने के बाद भी 2 से 3 घण्टे ही सो पाते हैं. रोजाना तकरीबन 500 से 700 तक ऑक्सीजन सिलेंडर की रिफिलिंग की जा रही है.
दिन-रात मेहनत कर रहे
प्लांट में प्रभारी शेर सिंह सैनी ने बताया कि तीन शिफ्ट में 24 घण्टे रिफलिंग चलती है. खास बात यह है कि ऑक्सीजन की कमी के दौर में एक-एक सिलेंडर को लेकर भारी दवाब था. उस वक्त बिना रुके चार कार्मिक दिन रात रिफलिंग करने में लगे रहे. सीकर, चुरू, झुंझुनूं से कोविड सेंटरों से गाड़ियां खाली सिलेंडर लेकर आती हैं. यहां बिना किसी देरी के कार्मिक रिफिल कर गाड़ियां भरते हैं.
प्लांट पर संक्रमण से बचने के पुख्ता इंतजाम
प्लांट में सिलेंडर की गाड़ियां आने पर उन्हें सेनेटाइज किया जाता है. जिससे कार्मिक संक्रमण से बच सकें. प्लांट में कार्मिकों और गाड़ियों के अलावा किसी को इंट्री नहीं है. जिसकी वजह से कोई संक्रमित नहीं हुआ है.
कार्मिक भी 24 घण्टे में तीन अलग अलग शिफ्ट में ड्यूटी कर रहे हैं. शेर सिंह 24 घण्टे प्लांट पर रहते हैं. प्लांट में एक सप्ताह तक दिन रात ऑक्सीजन रिफलिंग का काम चलता है. अबतक प्लांट से 44 हजार 360 किलो ऑक्सीजन कोविड सेंटरों तक भेजी गई है. सीकर, चुरू, झुंझुनूं के कोविड सेंटरों पर 4 हजार 708 बडे सिलेंडर और 71 छोटे सिलेंडर भेजे गए.
गावड़ी गांव में संपूर्ण लॉकडाउन, दूसरे दिन बंद रहे बाजार
सीकर जिले के नीमकाथाना में गावड़ी में दूसरे दिन भी संपूर्ण लॉक डाउन का असर देखने को मिला. यहां जरूरी सेवाओं को छोड़कर संपूर्ण बाजार बंद रहे. जिससे गांव में सन्नाटा छाया रहा. जिले के नीमकाथाना इलाके के गांवड़ी में बढ़ती मौतों के आंकड़ों और कोरोना सक्रमण को देखते हुए 1 जून तक सम्पूर्ण लॉक डाउन लगाया गया है. शुक्रवार को दूसरे दिन भी सम्पूर्ण बाजार बंद रहे.