करौली. टोंक जिले में नाबालिग के साथ हुई गैंगरेप की वारदात के बाद अब सियासत तेज हो गई है. करौली में भाजपा नेताओं ने राज्यपाल के नाम एडीएम सुदर्शन सिंह तोमर को चार सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा है. भाजपा नेताओं ने आरोपियों को फांसी की सजा सहित पीड़िता को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये का मुआवजा और राजनीतिक वजहों से अपराधियों को बचाने वालों के खिलाफ जांच कराने की मांग की है.
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भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी मुकेश सालौत्री ने बताया कि बीते दिनों टोंक में नाबालिग लड़की के साथ चार युवकों ने मानवता को शर्मसार करने वाला काम किया है. ऐसे दरिंदों को फांसी की सजा होनी चाहिए. वहीं, पीड़िता के साथ दुष्कर्म की वारदात के 24 घंटे बाद तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई और पीड़िता को डरा धमकाकर बयान बदलवाने का दबाव बनाया गया. ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए.
मुकेश सालौत्री ने कहा कि पीड़िता को अलवर के थानागाजी मामले की तर्ज पर सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए. साथ ही भाजपा नेताओं का कहना है कि प्रदेश सरकार और कांग्रेसी नेता राजनीतिक वजहों से आरोपियों को बचाने के लिए पुलिस-प्रशासन पर दबाव बना रहे हैं, इसलिए उनके खिलाफ भी जांच की जाए.
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भाजपा नेताओं ने राज्यपाल से मांग की है कि इन मांगों का निराकरण कर 7 दिन में पीड़िता और उसके परिवार को न्याय दिलवाने की कार्रवाई की जाए. ऐसा नहीं होने पर आक्रोशित भाजपाइयों के साथ सर्वसमाज को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा. इसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी.
इस दौरान भाजयुमो के संभाग प्रभारी धीरेंद्र बैंसला, सर्व समाज के नेता बबलू शुक्ला और पूर्व शहर मंडल अध्यक्ष अशोक वर्मा सहित भाजपा के कई पदाधिकारी और सर्व समाज के नेता मौजूद थे.