करौली. शनिवार को दो स्थानों पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में कोविड-19 टीकाकरण की शुरूआत से पूर्व वैक्सीनेशन गतिविधियों का ड्राई रन किया गया. ड्राई रन का प्रशासनिक अधिकारियो ने मौके पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. बता दें कि प्रदेश में चुनिंदा जिलों में किए गए ड्राई रन का उद्देश्य पूर्वाभ्यास से कोविड-19 वैक्सीनेशन का बेहतर प्रबंधन और तैयारियों की जांच है. सीएमएचओ डाॅ. दिनेशचंद मीना ने बताया कि जिले में नवीन चिकित्सालय परिसर के ट्रॉमा सेंटर और सीएचसी परिता में ड्राई रन आयोजित किया गया. इसमें वैक्सीनेशन की तैयारियों की स्थिति की जांच की गई.
सीएमएचओ ने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए 25-25 लाभार्थियों का कोविड साॅफ्टवेयर में डाटा इंद्राज किया गया और वैक्सीनेशन के लिए सूचना देकर टीकाकरण के स्थान पर लाया गया. सीएमएचओ ने ड्राई रन की प्रक्रिया समझाते हुए कहा कि लाभार्थी जैसे ही टीकाकरण के लिए प्रवेश द्वार पर पहुंचेगा. वहां पर गार्ड की ओर से लाभार्थी को वैरीफाई कर अंदर प्रवेश दिया जाएगा. यहां पर लाभार्थी को कोरोना गाइडलाइन की पालनानुसार हाथों को सैनिटाइज कराते हुए मोबाईजर तक लाभार्थी पहुंचाया जाएगा.
मोबाईजर की ओर से लाभार्थी को प्रतीक्षाकक्ष की ओर भेजा जाएगा. प्रतीक्षाकक्ष द्वार पर सपोर्ट स्टाफ की ओर से बारी के इंतजार में उसे प्रतिक्षाकक्ष में रखा जाएगा. यहां कोरोना से बचाव और सर्तकता संदेशों को प्रदर्शित बैनर, पोस्टर और ओडियो संदेशों के माध्यम से प्रतिक्षा में बैठे लाभार्थियों तक पहुंचाया जाएगा. फिर बारी-बारी से उनको आगे टीकाकरण कक्ष में भेजा जाएगा. यहां वैरिफायर की ओर से मोबाइल ओटीपी एवं आईडी से टीकाकरण डाटा अपलोड कर लाभार्थी को टीकाकर्मी के पास भेजा जाएगा.
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टीकाकर्मी हाथ सैनिटाइज कर लाभार्थी को कोविड-19 का टीका लगाकर निगरानी कक्ष में 30 मिनट तक प्रतिकूल प्रभाव प्रबंधन के लिए प्रेरित करेगा. लाभार्थी निगरानी कक्ष में जाकर बैठेगा, जहां निगरानीकर्ता की ओर से प्रतिकूल प्रभाव की स्थितियों की 30 मिनट तक जांच की जाएगी. इस दौरान लाभार्थी कोरोना बचाव सर्तकता को प्रदर्शित कोरोना बचाव संदेशों के माध्यम से समझ लेगा. उन्होंने बताया कि प्रतिकूल स्थिति से निपटने के लिए एएफआई किट बनाई गई है और एएफआई रूम का निर्माण किया गया है, जहां प्रतिकूल प्रभाव दिखते ही उपचार शुरू किया जाएगा. ड्राई रन के दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुदर्शन सिंह तोमर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद, पीएमओ डाॅ. दिनेश गुप्ता मौजूद रहे.