करौली. विश्व भर में फैले कोरोना वायरस की महामारी से हर कोई प्रभावित हो रहा है. इनमें भी कुछ लोग ऐसे हैं, जो अप्रवासी है, या दिहाड़ी मजदूरी पर काम करते थे. लाॅकडाउन जैसी स्थिति में इन लोगों के पास भोजन की भी व्यवस्था नहीं हो पा रही है.
कोरोना संकट के बीच ऐसे लोगों की मदद के लिए सैकड़ों हाथ उठ रहे हैं.करौली शहर में भी ऐसे लोगों की मदद के लिए कई समाजसेवी, संस्थाओं के साथ कॉलोनियों के लोग सामने आए हैं. जो प्रशासन को नगद राशि चेक और रसद सामग्री सौंपकर. असहायों और गरीबों तक राशन पहुंचा रहे हैं.
जिला कलेक्टर डॉ. मोहन लाल यादव ने बताया कि जिला प्रशासन की अपील पर कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन की स्थिति में निराश्रित, असहाय और बेसहारा लोगों की मदद करने के लिये करौली के लोगों प्रतिदिन बढ़-चढ़कर सहयोग कर रहे हैं.
पढ़ें: राज्य सरकार के इंतजाम नाकाफी हैं और संकीर्णता से भरे हुए हैं, इसी का कर रहे विरोधः राजेंद्र राठौड़
सोमवार को शहर निवासी टोनू राजोरिया ने 125 सूखी राशन सामग्री की किट वितरण के लिए तैयार की है. साथ ही बंदरों के लिये भी प्रतिदिन 50 किलो फल तथा दाने पानी की व्यवस्था कर रहे हैं. वही निराश्रितों की मदद के लिए महामण्डलेश्वर महंत बाबा भगवान दास चैनपुर के डॉ. रमण लवानिया द्वारा 21 हजार रुपये मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिये भेंट किये.
इस क्रम में गायत्री नगर के लोगों ने 25 हजार की नगर राशि सौंपी है. निराश्रित, असहाय एवं बेसहारा लोगों की मदद करने के लिये प्रशासन के कार्मिक भी पीछे नहीं है. एसडीएम कार्यालय के रीडर कमलकांत शर्मा ने उपजिला कलक्टर देवेन्द्र सिंह परमार के साथ 5100 रुपए की राशि का चेक सौंपा.
इसी क्रम मे बेसहारा लोगों की मदद करने के लिये महेन्द्र आनंदगढ, रामवीर गुर्जर तुलसीपुरा, एडवोकेट नरेन्द्र सिंह खटाना द्वारा 101 सूखी राशन सामग्री की किटों का वितरण किया गया. जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने लोगों द्वारा लॉकडाउन की स्थिति में निराश्रितों के लिए किए जा रहे हैं. इस सराहनीय कार्य के लिए सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया है.