करौली. जिले के जिला कलेक्टर डॉ. मोहन लाल यादव ने शनिवार को विभिन्न इलाकों का दौरा कर मनरेगा के कार्यों और मानसून की तैयारियों व व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों को बाढ़ ग्रस्त इलाकों में आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिए.
वहीं जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले में अधिकारियों की टीम पूरी मुस्तैदी के साथ कार्य कर रही है. कलेक्टर ने मुख्य रुप से सबसे पहले भांकरी और गुरदह गांव में नरेगा के कार्यों का जायजा लिया और मजदूरों से व्यवस्थाओं की जानकारी ली. इसके बाद गुरदह पंचायत में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए बनाई गई ग्राम स्तरीय कोर कमेटी की बैठक भी ली गई. जिसमें कार्मिकों से कोरोना संक्रमण के चलते राशन किट वितरण, आत्मनिर्भर के तहत राशन के दाल के वितरण,मिड डे मील के गेहूं वितरण, मास्क, सोशल डिटेंस, कोरोना का प्रचार-प्रसार की समीक्षा की गई और कार्मिकों को दिशा निर्देश दिए गए.
पढ़ें: करौलीः मंत्री रमेश मीणा ने मंडरायल इलाके का दौरा कर लिया विकास कार्यों का जायजा
कलेक्टर ने कहा कि मंडरायल क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों का जायजा लिया गया. बता दें कि टोडी गांव चंबल नदी के किनारे स्थित है. पिछली बार भी यह गांव बाढ ग्रसित था. कलेक्टर ने कहा कि अगर फिर से यह इलाका बाढ ग्रसित होता है तो बाढ से निपटने के लिए अधिकारियों ने प्लान तैयार कर लिया है.
इनके विस्थापन, राशन सामग्री की व्यवस्था भी कर दी गई है. कलेक्टर ने कहा कि मंडरायल के किला का भी अवलोकन किया गया है. यह पर्यटन की दृष्टि से अच्छा है, जिले में प्राकृतिक सुंदरता बहुत ज्यादा है. यहां पर चंबल है, पहाड़ है, वन क्षेत्र हैं, वन्यजीव हैं, धार्मिक स्थान है. स्थापत्य कला के बेजोड़ नमूने हैं, ऐसे में इन किलों में सुधार होना चाहिए, जिससे यह टूरिज्म हब बन सके.
कलेक्टर ने कहा कि इन किलों के सुधार के लिए उपयुक्त प्रस्ताव बनाकर पर्यटन विभाग को भेजे जाएंगे. जिससे यह क्षेत्र पर्यटन से जुड़ सके क्योंकि यह डांग इलाका और पिछड़ा जिला है जिससे लोगों को रोजगार भी मिल सके.