भोपालगढ़ (जोधपुर). युवा कांग्रेस में प्रदेश कार्यकारिणी, जिला कार्यकारिणी और विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव एप के जरिए कराने के दावे ही अब उलटे पड़ते नजर आ रहे हैं. वहीं युवा कांग्रेस के नेताओं ने दावे किए थे कि इस एप के जरिए पूरी पारदर्शिता से चुनाव कराए जाएंगे, लेकिन तकनीकी खामियों और बार-बार सर्वर डाउन होने की शिकायतों ने पूरे चुनाव पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
दरअसल, युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष, प्रदेश कार्यकारिणी और जिला कार्यकारिणी, विधानसभा के चुनाव के लिए 22 और 23 फरवरी को मतदान कराया जाना था. 22 फरवरी को 106 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 9 बजे ऑनलाइन वोटिंग शुरू हुई, लेकिन प्रदेशभर में तकनीकी खामियों और बार-बार सर्वर डाउन होने से मतदाता घंटों जूझते रहे. पहले दिन शाम 4 बजे मतदान समाप्त होने तक महज 16910 वोटर्स ही मतदान कर सके, जबकि प्रदेश में 4.10 लाख मतदाता हैं. वहीं दूसरे दिन रविवार सुबह 11 बजे तक तो वोटिंग ठीक-ठाक चली. ऐसे में 70 हजार वोटिंग हो चुकी है. इतनी कम वोटिंग होने से प्रत्याशियों की भी नींद उड़ गई है. बार-बार सर्वर डाउन होने की शिकायतें प्रत्याशियों ने दिल्ली स्थित युवा कांग्रेस के मुख्यालय भी की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
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पहले दिन सर्वर डाउन होने के चलते जो मतदाता मतदान नहीं कर पाए थे, उन्हें आज फिर से वोटिंग में शामिल करने का मौका दिया गया है. बताया जाता है कि अगर आज भी इसी तरह की समस्या सामने आती है तो मतदान के लिए एक दिन और बढ़ाया जा सकता है.
गौरतलब है कि एप के जरिए मतदान कराने का विरोध प्रत्याशी पहले से कर रहे हैं, प्रत्याशियों ने एप की बजाए बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की थी. गौरतलब है कि एक मतदाता एक साथ पांच वोट करेगा. जिसमें विधानसभा अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष,जिला महासचिव, राज्य महासचिव और प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवारों को अपना मत डाल सकेगा.