नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा पर बोलते हुए इशारों-इशारों में नेहरू-गांधी परिवार पर निशाना साधा. उन्होंने गांधी परिवार के तीन सदस्यों के एक साथ सांसद होने का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि कांग्रेस की कथनी और करनी में बहुत अंतर है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "जाति की बातें करना कुछ लोगों का फैशन बन गया है. पिछले 30 साल से सदन में आने वाले ओबीसी समाज के सांसद एक होकर मांग कर रहे थे कि ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया जाए. जिन लोगों को आज जातिवाद में मलाई दिखती है, उन लोगों को उस समय ओबीसी की याद नहीं आई. हमने ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया."
#WATCH | PM Narendra Modi says, " for some people, speaking about caste is fashion. for the last 30 years, obc mps have been demanding that obc commission be granted constitutional status. those who see a benefit in casteism today did not think of the obc community back then. we… pic.twitter.com/3qBmyrRbOF
— ANI (@ANI) February 4, 2025
उन्होंने आगे कहा, "एससी, एसटी और ओबीसी को हर क्षेत्र में अधिक अवसर मिलें - हमने इस दिशा में बहुत मजबूती से काम किया है. मैं इस सदन के माध्यम से नागरिकों के सामने एक महत्वपूर्ण प्रश्न रखता हूं - क्या कभी एससी समुदाय के एक ही परिवार से एक साथ तीन सांसद हुए हैं? मैं यह भी पूछता हूं कि मुझे बताएं कि क्या कभी एसटी समुदाय के एक ही परिवार से एक साथ तीन सांसद हुए हैं...उनकी कथनी और करनी में बहुत अंतर है."
हम जहर की राजनीति नहीं करते...
पीएम मोदी ने कहा, हम संविधान की भावना को लेकर चलते हैं, हम जहर की राजनीति नहीं करते हैं. हम देश की एकता को सर्वोपरि रखते हैं और इसलिए सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' बनाते हैं, जो दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है.
उन्होंने कहा, हम संविधान को जीते हैं, इसलिए इस सोच से आगे बढ़ते हैं. ये देश का दुर्भाग्य है कि आजकल कुछ लोग खुलेआम अर्बन नक्सलियों की भाषा बोल रहे हैं... जो लोग इस भाषा को बोलते हैं, वे न तो संविधान को समझ सकते हैं और न ही देश की एकता को समझ सकते हैं."
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