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बिहार चुनाव से पहले राहुल गांधी का मिशन OBC-मुस्लिम, RJD की नाराजगी से भी बचने की कोशिश! - RAHUL GANDHI BIHAR VISIT

बिहार में विधानसभा चुनाव होना है. राहुल गांधी चुनावों से पहले पार्टी को पिछड़े और मुसलमानों के बीच आगे बढ़ाने की कोशिश में लगे हैं.

Rahul Gandhi
नई दिल्ली में मादीपुर विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार, 31 जनवरी को कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन में प्रचार करते हुए राहुल गांधी. (फाइल फोटो) (IANS)
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By Amit Agnihotri

Published : Feb 4, 2025, 7:47 PM IST

नई दिल्लीः दिल्ली में मतदान के दिन, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बिहार में कांग्रेस के पारंपरिक दलित वोट बैंक को पुनर्जीवित करने की योजना को आगे बढ़ाएंगे. 5 फरवरी को राजधानी पटना में जाने-माने दलित नेता और सामाजिक कार्यकर्ता जगलाल चौधरी की याद में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे. राहुल का यह दौरा 18 जनवरी को पटना में आयोजित 'संविधान बचाओ' रैली के बाद हो रहा है.

बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौकब कादरी ने ईटीवी भारत से कहा, "राहुल गांधी दलितों और मुसलमानों समेत हाशिए पर पड़े समुदायों के उत्थान की बात करते रहे हैं. 18 जनवरी को संविधान बचाओ सम्मेलन ने इन समुदायों के बीच यही संदेश भेजा है. जगलाल चौधरी की याद में 5 फरवरी का कार्यक्रम उनके प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और प्रदर्शित करेगा. जगलाल चौधरी सबसे पिछड़ी जातियों में एक बड़ा नाम हैं. शिक्षा और शराबबंदी के क्षेत्र में अपने सामाजिक कार्यों के लिए जाने जाते हैं."

आरजेडी का रखा ध्यानः पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी बिहार में कांग्रेस की ताकत को बढ़ाना चाहते हैं. हालांकि, वह इस बात का भी ध्यान रख रहे हैं कि पुराने सहयोगी आरजेडी में कोई असहजता न पैदा हो. इसी वजह से 18 जनवरी को पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और उनके परिवार के साथ लंबी बैठक की थी. कादरी ने कहा कि बिहार में कांग्रेस के लिए आगे बढ़ने का बड़ा मौका है. उन्हें यकीन है कि आने वाले दिनों में संगठन को मजबूती मिलेगी. अगले कुछ महीनों में नतीजे सामने आएंगे.

"हमारी विस्तार योजनाओं का उन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है और उसकी विचारधारा मजबूत है. हम राज्य में कांग्रेस को मजबूत करेंगे और अपने सहयोगियों को भी साथ रखेंगे."- कौकब कादरी, कांग्रेस नेता

कांग्रेस में शामिलः आगामी चुनावों के मुद्दे पर बिहार इकाई के नेताओं के साथ राहुल गांधी की विस्तृत चर्चा के बाद 28 जनवरी को कई जाने माने लोगों को कांग्रेस में शामिल किया गया था. इनमें माउंटेन मैन दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. जगदीश प्रसाद, कुम्हार समुदाय के मनोज प्रजापति और जेडीयू के पूर्व सांसद अनवर अली अंसारी शामिल हैं. ये सभी राहुल के संविधान बचाओ सम्मेलन में शामिल हुए थे. पसमांदा मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करने वाले अनवर अली अंसारी ने कहा, "हमें उन वर्गों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है जो पीछे छूट गए हैं."

कादरी ने कहा कि सत्तारूढ़ जेडीयू और बीजेपी ने मतदाताओं के बीच अपनी विश्वसनीयता खो दी है. उन्होंने कहा, "लोग बदलाव चाहते हैं और हमें उस बदलाव का वाहक बनना होगा. आने वाले दिनों में हम लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दों की पहचान करेंगे और उन पर अभियान चलाएंगे. भर्ती परीक्षा में पीड़ित छात्रों के लिए हमारा हालिया अभियान एक बड़ी सफलता थी. राहुल गांधी ने छात्रों से मुलाकात की और उन्हें उनके मुद्दे उठाने का आश्वासन दिया."

इसे भी पढ़ेंः राहुल गांधी ने बिहार के जातीय जनगणना को बताया Fake, बोले- 'इंडिया गठबंधन के नेतृत्व में लड़ेंगे चुनाव'

इसे भी पढ़ेंः राहुल के बिहार दौरे के साथ ही इंडिया गठबंधन के भविष्य को लेकर उठने लगे सवाल, कांग्रेस MLA ने दिया ये जवाब

नई दिल्लीः दिल्ली में मतदान के दिन, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बिहार में कांग्रेस के पारंपरिक दलित वोट बैंक को पुनर्जीवित करने की योजना को आगे बढ़ाएंगे. 5 फरवरी को राजधानी पटना में जाने-माने दलित नेता और सामाजिक कार्यकर्ता जगलाल चौधरी की याद में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे. राहुल का यह दौरा 18 जनवरी को पटना में आयोजित 'संविधान बचाओ' रैली के बाद हो रहा है.

बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौकब कादरी ने ईटीवी भारत से कहा, "राहुल गांधी दलितों और मुसलमानों समेत हाशिए पर पड़े समुदायों के उत्थान की बात करते रहे हैं. 18 जनवरी को संविधान बचाओ सम्मेलन ने इन समुदायों के बीच यही संदेश भेजा है. जगलाल चौधरी की याद में 5 फरवरी का कार्यक्रम उनके प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और प्रदर्शित करेगा. जगलाल चौधरी सबसे पिछड़ी जातियों में एक बड़ा नाम हैं. शिक्षा और शराबबंदी के क्षेत्र में अपने सामाजिक कार्यों के लिए जाने जाते हैं."

आरजेडी का रखा ध्यानः पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी बिहार में कांग्रेस की ताकत को बढ़ाना चाहते हैं. हालांकि, वह इस बात का भी ध्यान रख रहे हैं कि पुराने सहयोगी आरजेडी में कोई असहजता न पैदा हो. इसी वजह से 18 जनवरी को पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और उनके परिवार के साथ लंबी बैठक की थी. कादरी ने कहा कि बिहार में कांग्रेस के लिए आगे बढ़ने का बड़ा मौका है. उन्हें यकीन है कि आने वाले दिनों में संगठन को मजबूती मिलेगी. अगले कुछ महीनों में नतीजे सामने आएंगे.

"हमारी विस्तार योजनाओं का उन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है और उसकी विचारधारा मजबूत है. हम राज्य में कांग्रेस को मजबूत करेंगे और अपने सहयोगियों को भी साथ रखेंगे."- कौकब कादरी, कांग्रेस नेता

कांग्रेस में शामिलः आगामी चुनावों के मुद्दे पर बिहार इकाई के नेताओं के साथ राहुल गांधी की विस्तृत चर्चा के बाद 28 जनवरी को कई जाने माने लोगों को कांग्रेस में शामिल किया गया था. इनमें माउंटेन मैन दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. जगदीश प्रसाद, कुम्हार समुदाय के मनोज प्रजापति और जेडीयू के पूर्व सांसद अनवर अली अंसारी शामिल हैं. ये सभी राहुल के संविधान बचाओ सम्मेलन में शामिल हुए थे. पसमांदा मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करने वाले अनवर अली अंसारी ने कहा, "हमें उन वर्गों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है जो पीछे छूट गए हैं."

कादरी ने कहा कि सत्तारूढ़ जेडीयू और बीजेपी ने मतदाताओं के बीच अपनी विश्वसनीयता खो दी है. उन्होंने कहा, "लोग बदलाव चाहते हैं और हमें उस बदलाव का वाहक बनना होगा. आने वाले दिनों में हम लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दों की पहचान करेंगे और उन पर अभियान चलाएंगे. भर्ती परीक्षा में पीड़ित छात्रों के लिए हमारा हालिया अभियान एक बड़ी सफलता थी. राहुल गांधी ने छात्रों से मुलाकात की और उन्हें उनके मुद्दे उठाने का आश्वासन दिया."

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