बिलाड़ा (जोधपुर). जिले के बोरून्दा थाने की पुलिस और स्पेशल सेल की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए मादक पदार्थ तस्करों को पकड़ने गई थी. इस दौरान कोई तस्कर तो हाथ लगी नहीं, लेकिन बोरून्दा थानाधिकारी की लापरवाही ने एक कंमाडो की जान ले ली. दरअसल, इस मामले पर दिन भर जोधपुर ग्रामीण पुलिस पर्दा डालती रही. लेकिन जब कंमाडो के परिजन मोर्चरी के आगे धरने पर बैठ गए और शव लेने से इंकार कर दिया. इस पर पुलिस ने सच्चाई बताई कि बोरून्दा थानाधिकारी ओमप्रकाश कासनिया की सर्विस रिवाल्वर से गोली चली थी, जिस पर थानाधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.
बिलाड़ा थानाधिकारी मनीष देव ने जोधपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ को दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि मंगलवार सुबह 7 के आसपास मय जाब्ते ने अवैध मादक पदार्थ डोडा पोस्त से भरी स्कॉर्पियो जब्त की. इस दौरान रमेश पुत्र जालाराम, तिलोक और रघुनाथ विश्नोई निवासी रामड़ावास अन्य वाहन स्विफ्ट कार से फरार हो गए, जिनकी तलाश में पुलिस पाली जिले के जैतारण, निमाज, बर और ब्यावर तक गए.
पढ़ें- जोधपुर: मंडा परिवार ने 6 हजार से अधिक लोगों तक पहुंचाई राशन सामग्री किट, PM मोदी ने की तारीफ
इस दौरान बोरून्दा थानाधिकारी ओमप्रकाश कासनिया भी मय जाब्ता के साथ होने पर बर कस्बे में स्पेशल टीम के वाहन के टायर में हवा कम होने पर रुके, जहां कासनिया अपनी सर्विस रिवाल्वर को निकाल अनलोड करते समय फायर हो गया, जो सामने खड़े कंमाडो अशोक विश्नोई के सीने पर जा लगा. गोली से घायल हुऐ कंमाडो को पहले बर और बाद में बिलाड़ा ट्रॉमा सेंटर लेकर आए, जहां स्थिति नाजुक होने पर जोधपुर रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान कंमाडो की मौत हो गई.
इस घटना को जोधपुर पुलिस ने प्रथम दृष्टया कंमाडो की ओर से गाड़ी में हवा भरने के दौरान गलती से खुद के हथियार का ट्रिगर दबने से चली गोली से मौत होने की बात करती रही. लेकिन जोधपुर एमडीएम अस्पताल की मोर्चरी के बाहर परिजनों के विरोध पर पुलिस ने सच्चाई उगल बोरून्दा थानाधिकारी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.