जयपुर: शिक्षक भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा देने वाले एमबीबीएस स्टूडेंट को एसओजी ने गिरफ्तार कर लिया है. वह लंबे समय से फरार चल रहा था. उसकी गिरफ्तारी पर एसओजी ने 5 हजार रुपए का इनाम भी रखा था. एसओजी-एटीएस के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी), अजमेर द्वारा आयोजित वरिष्ठ अध्यापक. द्वितीय श्रेणी (माध्यमिक शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा-वर्ष 2022 में मूल अभ्यर्थी दुर्गाराम बिश्नोई ने खुद की जगह दूसरे को डमी अभ्यर्थी बनाकर परीक्षा में बिठाया था.
दुर्गाराम की 24 दिसंबर 2022 को विज्ञान विषय की परीक्षा राजकीय सीनियर सेकंडरी स्कूल, अंबेडकर पार्क के सामने, जोधपुर था. उससे भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले दीपक कुमार बिश्नोई ने पांच लाख रुपए में सौदा किया और डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा दी.
गिरफ्तारी के डर से कॉलेज से हुआ फरार : गिरफ्तारी के डर से दीपक मई, 2024 से अपनी कॉलेज से भी अनुपस्थित था और फरारी काट रहा था. डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा देने वाले दीपक कुमार बिश्नोई की गिरफ्तारी पर एसओजी ने पांच हजार रुपए का ईनाम घोषित कर रखा था. उन्होंने बताया कि दुर्गाराम बिश्नोई के स्थान पर डमी अभ्यर्थी के रूप में विज्ञान विषय की परीक्षा देने का जुर्म प्रमाणित पाए जाने पर जांच अधिकारी प्रकाश कुमार शर्मा ने बुधवार को दीपक कुमार बिश्नोई को गिरफ्तार कर लिया.
पेपर लीक और डमी अभ्यर्थी का बड़ा खेल : राजस्थान में पिछले कुछ सालों में हुई भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक और डमी अभ्यर्थी बिठाने का बड़ा खेल चल रहा था. शिक्षक भर्ती के साथ ही जेईएन, एसआई और कई अन्य भर्ती परीक्षाओं से जुड़े मामलों की जांच में एसओजी कई चौंकाने वाले खुलासे आए दिन कर रही है. इनमें से एसआई भर्ती पेपर लीक और शिक्षक भर्ती पेपर लीक काफी चर्चा में रही है. इसके अलावा भी एसओजी कई भर्ती परीक्षाओं में धांधली का पर्दाफाश कर चुकी है.