जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी वरिष्ठ कांग्रेसी पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच ने बगावत करते हुए सूरसागर से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. दाधीच सोमवार को अपना नामांकन भरेंगे. सोमवार को ही सीएम गहलोत भी अपना नामांकन दाखिल करेंगे. दाधीच ने कहा है कि कांग्रेस से उन्हें प्रत्याशी बनाए जाने की संभावना थी, लेकिन भावनाओं के विपरित जाकर पार्टी ने जिसे टिकट दिया है उससे वे आहत हैं इसलिए वे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे.
दाधीच ने बताया कि सूरसागर की जनता के कहने पर मैंने दावेदारी की थी, लेकिन जिसे उम्मीदवार बनाया है वो बाहरी हैं, जिससे अपरिचित चेहरे से लोग नाराज हैं. दाधीच ने बताया कि सर्वे में मेरा नाम था, सीएम से बात भी हुई थी. मुझे उम्मीद थी कि उम्मीदवारी मिलेगी लेकिन निराशा हाथ लगी. उन्होंने कहा कि अब मेरी नेता जनता है जैसा जनता कहेगी वो मैं करूंगा.
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अपनी जीत का दावा करते हुए दाधीच ने कहा कि वह जनता के कहने पर ही आगे कदम बढ़ाएंगे. बता दें कि कि रामेश्वर दाधीच जोधपुर में प्रत्यक्ष रूप से चुने गए महापौर है. उन्होंने सूरसागर से दावेदारी की थी लेकिन उन्हें फलोदी से टिकट का ऑफर दिया गया जो उन्होंने ठुकरा दिया था क्योंकि वे वहां नहीं रहते है. पूर्व महापौर का कहना है कि सूरसागर के प्रत्याशी चयन से उपजे हालात का असर पूरे मारवाड़ पर पड़ेगा. रामेश्वर दाधिच ने कहा कि हमने पार्टी के लिए हमेशा काम किया है. इस घोषणा का असर सरदारपुरा पर भी पड़ेगा. दाधीच ने कहा कि राहुल गाधी की भारत जोडो यात्रा के समर्थन में जोधपुर से टोंक तक पैदल यात्रा कर उनसे जाकर मिले थे. बता दें कि कांग्रेस ने सूरसागर से अल्पसंख्यक चेहरा शहजाद खान को मैदान में उतारा है.