जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट में एक प्राइवेट कम्पनी की ओर से अनुमति लेकर विशेष पीठ के समक्ष याचिका को सूचीबद्ध तो करवा दिया. लेकिन जब सुनवाई शुरू हुई तो कम्पनी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता एमएस सिंघवी ने कोर्ट में कहा कि अभी इसे एडजर्न किया जाए, क्योकि जोधपुर में अधिवक्ता हड़ताल पर हैं. इस पर कोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि अदालतें काम कर रही हैं और अधिवक्ता हड़ताल कर रहे हैं.
जस्टिस विजय विश्नोई व जस्टिस मदन गोपाल व्यास की खंडपीठ में वेलस्पन एंटरप्राइजेज लिमिटेड याचिका पेश की गई. वरिष्ठ अधिवक्ता वीसी के जरिए सुनवाई के लिए मौजूद रहे और प्रतिवादी कम्पनी की ओर से महाप्रबंधक जेएस राठौड़ भी वीसी से मौजूद रहे. वरिष्ठ अधिवक्ता सिंघवी ने कहा कि जोधपुर में एसोसिएशन के आह्वान पर अधिवक्ता हड़ताल पर हैं, इसीलिए इस मामले को एडजर्न किया जाए तो कोर्ट ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. अदालतें काम कर रही हैं, लेकिन अधिवक्ता अपने कार्य से विरत हैं. अदालतों में उपस्थित नहीं हो रहे हैं और केवल इसी आधार पर मामला एडजर्न नहीं किया जा सकता है.
दरअसल, जोधपुर के अधिवक्ता जुगराज चौहान हत्या के सातवें दिन आखिरकार परिजनों ने प्रशासन के साथ वार्ता कर एमजीएच की मोचरी में शव का पोस्टमार्टम करवा घर ले गए. वहीं, दूसरी ओर से अधिवक्ता की हत्या के बाद से परिजनों को मुआवजा, सुरक्षा व नौकरी देने की मांग के साथ ही अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट को राजस्थान में लागू करवाने की मांग को लेकर अधिवक्ताओं को आंदोलन जारी रहा. राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन व राजस्थान हाईकोर्ट लॉयर्स एसोसिएशन जोधपुर ने शुक्रवार को भी न्यायिक कार्य बहिष्कार जारी रखा और रविवार को महापड़ाव में आगे की रणनीति पर विचार मंथन किया जाएगा. दोनों एसोसिएशन के आह्वान पर अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य बहिष्कार जारी रखा.