डीडवाना-कुचामन : श्वानों को सभी जानवरों में सबसे वफादार माना जाता है और इस बार भी एक डॉग ने अपनी वफादारी का एक अद्भुत उदाहरण पेश किया है. डीडवाना-कुचामन जिले में ऐसा ही एक मामला सामने आया, जहां भटककर अपने मालिक से बिछड़े हुए पशुों को वापस लाने में एक श्वान ने अहम भूमिका निभाई और उसकी वफादारी ने सबको चकित कर दिया.
मकराना थाना क्षेत्र के कस्बे बुड़सू के बीट प्रभारी प्रकाश खींचड़ और सरपंच महावीर कूकना की सूझबूझ और अथक प्रयासों से लाखों रुपये की कीमत के गुम हुए पशुओं को उसके असली मालिक तक पहुंचाया गया. इस घटना में एक वफादार डॉग ने कई दिनों तक भूखा-प्यासा रहकर पशुओं की सुरक्षा की और अपने मालिक के प्रति वफादारी निभाते हुए एक प्रेरणादायक संदेश दिया.
करीब 7 दिन पहले रूपनगढ़ के झाग भिलावट गांव के निवासी सहदेव गुर्जर, जेठूराम बावरी, हीराराम गुर्जर और धन्नाराम गुर्जर की आठ पालतू भैंसें, दो गायें और एक श्वान नाड़ी (स्थानीय तालाब क्षेत्र) में चरते समय भटक गए. शाम को पशु नाड़ी में नहीं मिले तो उनके मालिकों ने आसपास उन्हें ढूंढ़ने की कोशिश की, लेकिन नहीं मिले. तीन दिन बाद भटकते ये सभी पशु बुड़सू गांव पहुंचे.
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श्वान की वफादारी : इस दौरान डॉग जो साथ था उसने अपने मालिक से बिछड़ने के बाद भी उन पशुओं की सुरक्षा में अपनी पूरी जिम्मेदारी निभाई. श्वान ने उन पशुओं की निगरानी की और किसी भी बाहरी व्यक्ति को पास नहीं आने दिया. डॉग की वफादारी और समझदारी ने गांववासियों और पुलिसकर्मियों को भी चकित कर दिया. रात के समय जब ग्रामीणों ने इन पशुओं को गांव में देखा तो पहले मालिक की तलाश की, लेकिन जब वह नहीं मिले तो उन्होंने स्थानीय सरपंच महावीर कूकना और बीट अधिकारी प्रकाश खींचड़ को सूचना दी. इसके बाद सभी पशुओं को एक बाड़े में सुरक्षित बंद कर दिया गया और मालिक के आने तक चारे-पानी की व्यवस्था की गई.
पशुधन की वापसी : बीट अधिकारी प्रकाश खींचड़ ने सोशल मीडिया के माध्यम से पूरी जानकारी शेयर की और मालिक की तलाश शुरू की गई. इस दौरान पशुधन के मालिक जो अपनी गायों और भैंसों की तलाश में भटक रहे थे, उन्हें सोशल मीडिया के जरिए बुड़सू में पशुओं के होने की जानकारी मिली और वे शनिवार को वहां पहुंचे. पुलिस ने मालिक की पूरी तस्दीक की और पशुधन उन्हें सुपुर्द कर दिए. पशुपालकों ने इस मदद के लिए ग्रामीणों, पुलिस, सरपंच और गांव वालों का आभार जताया.