जोधपुर. पाली लोकसभा क्षेत्र के लिए भाजपा के तय माने जा रहे उम्मीदवार एवं केंद्रीय मंत्री पीपी चौधरी की मुश्किलें बढ़ रही है. हाल ही में जाट महासभा द्वारा उनका विरोध किया गया. और साफ शब्दों में दोनों दलों से मांग की गई कि वह जाट जाति को ही इस लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाए.
भाजपा के जाट नेताओं ने पीपी चौधरी के खिलाफ पहले से ही मोर्चा खोल रखा है. जाट नेताओं ने जयपुर जाकर आलाकमान को ज्ञापन दिया. ज्ञापन में जोधपुर के जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी अग्रणी रहे. खास बात है इस ज्ञापन पर राज्यसभा सांसद मारवाड़ के जाट नेता रामनारायण डूडी के भी हस्ताक्षर हैं.
पार्टी के नेताओं का भी मानना है कि यदि डूडी किसी का समर्थन कर रहे है या खुद के लिए टिकिट मांगे तो यह उनका अधिकार है. ऐसे में माना जा रहा है कि पीपी चौधरी की मुश्किलें इतनी आसानी से कम होने वाली नहीं है. जोधपुर के जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी का कहना है कि 2014 का समीकरण अलग था आज हालात अलग है.
चौधरी ने सीधे-सीधे पार्टी से मांग करते हुए टिकिट बदलने की मांग रखी है. साथ ही यह भी कहा है कि अंतिम आदेश पार्टी का निर्णय माना जाएगा. भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेन्द्र गहलोत का कहना है कि उम्मीदवारी कोई भी जता सकता है, लेकिन निर्णय पार्टी को करना है.
गौरतलब है कि पाली लोकसभा क्षेत्र के 8 विधानसभा क्षेत्र में तीन जोधपुर जिले में आते हैं. ओसियां, बिलाड़ा और भोपालगढ़ तीनों ही जाट बहुल क्षेत्र हैं. लेकिन भोपालगढ़ और बिलाड़ा अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो जाने से वहां जाट चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं. लेकिन जाट समाज का दबदबा इन सीटों पर पहले से ही रहा है. और इसी कारण पाली लोकसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी जता रहे है.
इसकी एक बड़ी वजह यह भी है कि कांग्रेस ने 2009 में यहां से बद्रीराम जाखड़ को टिकट दिया था जो जोधपुर जिले से आते हैं और उन्होंने पाली लोकसभा का चुनाव जीता भी था और इस बार भी बद्रीराम जाखड़ का ही टिकट तय माना जा रहा है ऐसे में भाजपा के जाट नेता भी अपनी दावेदारी और पीपी चौधरी का टिकट कटवाने के लिए सक्रिय हो गए हैं.