जोधपुर. राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य का कार्यभार ग्रहण कर मंगलवार को जोधपुर लौटे प्रो अयूब खान का शहरवासियों ने जोरदार स्वागत किया. आतिशबाजी की गई और फूल बरसाए गए. शहर के दल्ले खां चौराहा से लेकर उनके आवास तक लोग उन्हें कंधों पर बैठाकर लेकर गए. प्रो अयूब ने इस नियुक्ति के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धन्यवाद दिया. बतौर सदस्य अपनी प्राथमिकता के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी कार्यभार ग्रहण किया है. काम देखने के बाद ही तय कर पाऊंगा.
रात को 2 बजे आया था कॉल: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को प्रदेश आरपीएससी में तीन सदस्यों की निुयक्ति का निर्णय लिया था. रात को 2 बजे जयपुर से उनके पास कॉल आया था कि सुबह अजमेर पहुंचना है. जिसके बाद वे अलसुबह अजमेर के लिए रवाना हुए. आमजन को सोमवार को उनके आदेश वायरल हुए, तब पता चला. आरपीएससी सदस्य के रूप में वे अधिकतम 6 वर्ष या 60 साल की उम्र तक सेवाएं देंगे. प्रो अयूब जयनाराण व्यास विश्वविद्यालय के गणित विभाग के प्रोफेसर हैं. इस कार्यकाल के दौरान वे विशेष अवकाश पर रहेंगे.
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टिकट का विरोध, इसलिए हुए एडजेस्ट: प्रो अयूब सीएम गहलोत के नजदीकी हैं. 2018 में उनको कांग्रेस का टिकट देकर सूरसागर क्षेत्र से मैदान में उतारा था. लेकिन वे भाजपा की सूर्यकांता व्यास से चुनाव हार गए थे. इसके बाद उनके अपने क्षेत्र के कांग्रेसजनों के साथ मधुर संबंध नहीं रहे. लंबे समय से संगठन और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता से उनकी पटरी नहीं बैठ रही थी. इस बार भी उन्होंने दावेदारी की थी. लेकिन उनका विरोध हो रहा था. प्रो अयूब कांग्रेस विचारधारा के शिक्षक से जुडे हैं. ऐसे में सीएम ने अल्पसंख्यक वर्ग को साधने के लिए आरपीएससी सदस्य बना दिया.