जोधपुर. शहर में नगर निगम चुनाव की तैयारियां जोरों पर है. सभी प्रत्याशी प्रचार में अपनी जान झोंक रहे हैं. लेकिन इस बीच जनता भी अपने मुद्दों को लेकर सड़कों पर उतरने लगी है. इसका उदाहरण गुरुवार को शहर के भीतरी इलाके में देखने को मिला. जहां वार्ड संख्या 53, 54 और 55 के लोगों ने घोषणा कर दी कि, वो इस बार किसी भी पार्टी को वोट ना देकर नोटा का विकल्प चुनेंगे.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि लंबे समय से यहां कांग्रेस के पार्षद चुनाव जीत रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद आधारभूत सुविधाएं भी विकसित नहीं हो पाई हैं. सड़कें टूटी हुई हैं, सीवर लाइनें खुली रहती हैं और बिजली के तारों का समाधान भी नहीं हो पा रहा है. स्थानीय लोगों ने एक राय होकर अपने इलाके में नोटा को वोट देने के बैनर भी लगा दिए हैं.
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स्थानीय निवासी अजरुदीन ने कहा कि कांग्रेस के राज में बिजली की दरें महंगी हो रही हैं. जबकि, अन्य राज्यों में सस्ती हैं. उनके यहां सड़कें टूटी हुई हैं. पिछले 25 सालों से वो एक ही पार्टी को वोट देते आए हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. वहीं, लाल मोहम्मद का कहना है कि कोई भी पार्षद काम नहीं कर रहा है. उनका इलाका विकास से पिछड़ा रहा है, ऐसे में उन्होंने तय किया है कि इस बार वो नोटा को वोट देंगे.