भोपालगढ़ (जोधपुर). कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन लगने के बाद भोपालगढ़ क्षेत्र का 100 परिवार पंजाब राज्य में मजदूरी करने के लिए गए हुए थे. ऐसे में वहां उनके मजदूरी का कार्य बंद होने पर उन्होंने अपने गांव की ओर रुख किया था.
पहले तो उनको 14 दिन वेलनेस सेंटर पर रखा गया. इसके बाद उन्हें अपने-अपने घरों में भेजा गया. तीन-चार महीने होने के बाद भी इन प्रवासी मजदूरों को खाद्य सुरक्षा योजना के तहत राशन सामग्री नहीं मिली. जिससे इन परिवारों के सामने खाने का संकट खड़ा हो गया. क्योंकि एक तरफ तो इन प्रवासी मजदूरों के लिए भोपालगढ़ क्षेत्र में किसी भी प्रकार की मजदूरी नहीं मिल रही है और ना ही इन्हें मनरेगा में रोजगार दिया जा रहा है.
पढ़ेंः जोधपुर: भोपालगढ़ CHC में ऑटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन का शुभारंभ, संक्रमण से मिलेगा छुटकारा
सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों के लिए राशन सामग्री की व्यवस्था करने के लिए सर्वे करवाया गया था. ऐसे में इन मजदूरों के पास अब राशन सामग्री प्राप्त करने के मैसेज आने के बाद जब राशन सामग्री लाने के लिए उचित मूल्य की दुकान पर गए तो वहां डीलर द्वारा राशन सामग्री नहीं देने पर प्रवासी मजदूरों ने भोपालगढ़ उपखंड अधिकारी के पास जाकर विरोध प्रदर्शन किया.
पढ़ेंः पाली: प्रवासी श्रमिकों को अगले दो माह तक दिया जाएगा निशुल्क गेहूं और दाल
प्रवासी मजदूरों ने बताया कि वह अपने परिवारों के भोजन की व्यवस्था करवाने में असमर्थ हैं. गरीब परिवार के होने के कारण इन्हें अभी किसी भी प्रकार की मजदूरी नहीं मिल रही है. ऐसे में इनके लिए प्रशासन राहत सामग्री उपलब्ध करवाएं ताकि यह अपने पेट का गुजारा कर सकें. इस दौरान बड़ी संख्या में महिला और पुरुष उपखंड कार्यालय के आगे विरोध प्रदर्शन करते हुए नजर आए. ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश जाखड़ को भी मजदूरों ने अपनी समस्या बताई. इस दौरान ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष राजेश जाखड़ ने उपखंड अधिकारी से मुलाकात करते हुए प्रवासी मजदूरों को तुरंत खाद्य सुरक्षा योजना के तहत राशन सामग्री उपलब्ध करवाने पर चर्चा की.