जोधपुर. राजस्थान में जोधपुर के रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण करने की तैयारी शुरू हो गई है. नए सिरे से बनने वाले डिजाइन में स्थानीय लोगों की भावना का ध्यान रखा जाएगा. इसके लिए नए री-डेवलपिंग प्लान में बदलाव होगा. जोधपुर रेलवे ने बुधवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि जोधपुर स्टेशन के री-डेवलपमेंट डिजाइन की समीक्षा की जाएगी और इस कार्य में स्थानीय आमजन की भावनाओं को ध्यान में रखकर उनके सुझाव को स्टेशन री-डेवलपमेंट के डिजाइन में सम्मिलित किया जाएगा.
इसको लेकर रेल अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं. उल्लेखनीय है कि हाल ही में जोधपुर के नए बनने वाले स्टेशन के भवन का मॉडल जारी किया गया, जिसमें वर्तमान इमारत को पूर्व से हटाकर नया ढांचा खड़ा करना प्रस्तावित है. जिसको लेकर जोधपुर के लोगों ने 137 साल पुरानी हैरिटेज इमारत को तोड़ने को लेकर नाराजगी जाहिर की. रेल मंत्री को विज्ञापन भेजे और स्थानीय नेताओं ने भी इसको लेकर पत्र लिखे.
जिसके बाद गुरुवार को रेल मंत्री ने इस प्रकरण को लेकर अपना वक्तव्य जारी किया है. ईटीवी भारत में भी जनमानस से जुड़े इस मुद्दे को लेकर समाचार प्रकाशित किया था, जिसमें लोगों ने रेलवे स्टेशन के आधुनिकरण की वकालत की. लेकिन वर्तमान की ऐतिहासिक इमारत को बचाए रखने का भी आह्वान किया, जिससे शहर का ऐतिहासिकता कायम रह सके.
गौरतलब है पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े जोधपुर के हैरिटेज रेलवे स्टेशन को नया रूप देने के लिए रेलवे करीब 500 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक इमारत बनाने के लिए टेंडर जारी कर दिए. इस प्लान में जिसमें 1885 में बने स्टेशन की मौजूदा 137 साल पुरानी हैरिटेज इमारत को बनाए रखने का कोई प्रावधान नहीं था. जिसको लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध जताया, क्योंकि जोधपुर का रेलवे स्टेशन जोधपुर की पहचान भी है.