जोधपुर. शिक्षा विभाग द्वारा 5वीं कक्षा के छात्रों के लिए बोर्ड पैटर्न पर परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं. लेकिन परीक्षा केंद्र के इंतजाम पूरी तरह से पस्त हैं.
गुरुवार (4 अप्रैल) से शुरू हुई इन परीक्षाओं के लिए से सरकारी और निजी स्कूलों के बच्चों के लिए उनकी स्कूल से इतर परीक्षा केंद्र आवंटित किए गए. जहां उनके बैठने तक के इंतजाम नहीं हुए. इसका कारण यह है कि जिन स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. वहां क्षमता से अधिक छात्रों को परीक्षा के बुलाया गया है.
शहर के पावटा स्थित सरकारी प्रथमिक विद्यालय की यही हालत है. यहां 60 बच्चों के बैठने की जगह है, लेकिन 198 को केंद्र आवंटित किया गया है. आलम यह है कि निजी स्कूलों के बच्चे जो अपनी स्कूल में शायद ही कभी दरी पर बैठे हों उन्हें सरकारी स्कूलों के परीक्षा केंद्रो पर जमीन पर दरी बिछा कर परीक्षा देनी पड़ रही है.
स्कूल के प्रधानाध्यापक का कहना है कि क्षमता से अधिक बच्चों की परीक्षा लेनी है. इसके लिए निजी स्कूलों को सूचित कर दिया था. स्कूल में टेबल और स्टूल नहीं होने की स्थिति में बच्चों के परीक्षा देने में असुविधा ना हो, इसके लिए तख्ती उपलब्ध करवाई गई है.