जोधपुर. जिले में लगातार हो रही बारिश के साथ ही नगर निगम की पोल खुलती जा रही है. वहीं, ग्राम पंचायत पाल में सीवरेज की पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से सीवरेज का गंदा पानी घरों में घुसकर रसोई तक पहुंच गया है. इससे लोगों को जीना मुश्किल हो गया है. यहां काफी वक्त से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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बता दें कि जोधपुर शहर के सीवरेज का गंदा पानी पाल गांव होते हुए सालावास की ट्रीटमेंट प्लांट के मुख्य पाइप लाइन में जाता है. यहां दो दिन से पाइपलाइन क्षतिग्रस्त है. इस वजह पाल गांव में 2 से 3 फीट तक गंदा पानी घरों में इकट्ठा हो गया. इसके बाद ये पानी घर में रसोई तक भी पहुंच गया है. ग्रामीणों ने विधायक को इसकी जानकारी दी. इसके बाद निगम के कर्मचारी मौके पर पहुंचे. लेकिन, क्षतिग्रस्त पाइपलाइन को ठीक करने के लिए किसी प्रकार की कोई सुध नहीं ली.
ग्रामीणों ने नगर निगम पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीवरेज का गंदा पानी सड़कों पर बहते हुए घरों में घुस गया है, लेकिन, निगम के कोई आला अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे. ऐसे में हालात ज्यों के त्यों हैं. साथ ही नगर निगम के पास पर्याप्त संसाधन नहीं होने से ग्रामीणों ने अपने स्तर पर जेसीबी की सहायता से खाई खोद कर घरों में जा रहे गंदे पानी को रोकने की कोशिश कर रहे हैं.
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ग्रामीणों ने बताया कि एक तरफ पूरा प्रदेश कोरोना से जुझ रहा है, वहीं दूसरी तरफ सीवरेज के गंदे पानी से कई प्रकार की बीमारियां फैलने का खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में नगर निगम के कर्मचारी किसी प्रकार की कोई सुध नहीं ले रहे हैं. वहीं, कई घरों में पानी घुस जाने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.इसी दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण लोग इकट्ठा हो गए.