जोधपुर. प्रदेश सहित देश भर में अलग-अलग प्रकार के बैंक देखने को मिलते है. जिनमें लोग अपना पैसा जमा कराने से लेकर अपने जरूरी सामान जैसे गहने, दस्तावेज आदि जमा करवाते है. लेकिन जोधपुर में स्थित अस्थि बैंक अपने आप में अनोखा बैंक है.
सामान्य बैंक से लेकर ब्लड बैंक, कपड़ा बैंक जैसे बैंक सामान्यत: देखने को मिलते है. किन्तु जोधपुर में एक ऐसा बैंक भी है जो मृत व्यक्तियों की अस्थियों को सुरक्षित रखने के लिए बनाया गया है. अस्थि बैंक के नाम से प्रसिद्ध इस बैंक में मृतकों की अस्थियों को एक साल तक बिना किसी शुल्क के सुरक्षित रखा जाता है.
यदि किसी व्यक्ति के परिजन की मृत्यु हो जाएं और वो उसकी अस्थियां गंगा में प्रवाहित करने में असमर्थ हो तो वो इस अस्थि बैंक में अपने परिजन की अस्थियां एक साल के लिए सुरक्षित रख सकता है. सूर्य नगरी जोधपुर में स्थापित इस अस्थि बैंक में की यह विशेषता है कि यदि कोई एक साल तक भी अस्थियां नहीं ले जा पाता तो मृत्युंजय समिति द्वारा उन अस्थियों को गंगा में प्रवाहित कर दिया जाता है.
शहर के सिवांची गेट स्थित पुष्करणा समाज के मोक्ष धाम में मृत्युंजय सेवा संस्थान ने निशुल्क अस्थि बैंक बनाया है. मोक्ष धाम से जुड़े राजेंद्र प्रसाद का कहना है कि यह एक अनूठी पहल है जिसे मृत्युंजय सेवा संस्थान में प्रारंभ की है और यह समाज के हर वर्ग के काम आएगी.