जोधपुर. भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा ने गुरुवार को प्रदेश सरकार पर अल्पसंख्यकों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ प्रदर्शन किया. हालांकि, इस दौरान अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए और जमकर लात-घूंसे चले. इसके चलते विरोध-प्रदर्शन में व्यवधान भी हुआ.
राजस्थान अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हामिद मेवाती ने बताया कि हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्वक चल रहा था. जो लोग व्यवधान कर रहे थे वह कांग्रेस के द्वारा भेजे गए लोग थे, जिन्होंने हमारे कार्यकर्ताओं के बीच में आकर मारपीट की. मेवाती ने बताया कि हुड़दंग मचाने वाले कांग्रेस के भेजे हुए लोग थे, हमारे कार्यकर्ता नहीं थे. इससे पहले अब अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की आरोप लगाया कि गहलोत सरकार ने चुनाव से पहले अल्पसंख्यकों के साथ जो वादे किए थे वह पूरे नहीं किए.
वहीं, मीडिया से बात करते हुए मेवाती ने आरोप लगाया कि गहलोत सरकार ने प्रदेश के सभी मदरसों को कंप्यूटराइज करने, उर्दू शिक्षक लगाने और अल्पसंख्यकों के लिए अलग से योजनाएं बनाकर काम करने का वादा किया था. जबकि सरकार ने एक भी काम पूरा नहीं किया. मेवाती ने कहा कि सरकार के कार्यकाल के अंतिम समय में अल्पसंख्यकों को लेकर जो बोर्ड बनाए गए, उनके एक भी अध्यक्ष को राज्यमंत्री का दर्जा नहीं दिया.
राखी बंधवाएंगे कार्यकर्ता : उल्लेखनीय है कि अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर इस बार रक्षाबंधन पर हिंदू बहनों के घर जाकर राखी बंधवाएंगे, जिससे सामाजिक सद्भाव बना रहे. इसी तरह से हिंदू कार्यकर्ता मुस्लिम बहनों से राखी बंधवाएंगे.