जोधपुर. एक व्यक्ति के पास चेक बुक नहीं पहुंची और उनके खाते से साढे़ छह लाख रुपये निकाल लिए गए. पीड़ित ने जोधपुर के सरदारपुरा थाने में मामला दर्ज करवाया है. पुलिस के अनुसार लालाराम मीणा एक्सिस बैंक जलजोग चौराहा की मुख्य शाखा में खाता है. गत वर्ष दिसंबर में भीलवाडा के इंद्रा मार्केट स्थित एक्सिस बैंक की शाखा से चेक बुक और एटीएम के लिए रिक्वेस्ट डाली थी, लेकिन चेकबुक व एटीएम नहीं मिला. उसके खाते से चेक से साढे़ छह लाख रुपए से अधिक की राशि निकाल ली गई.
पीड़ित टोंक जिले के देवली स्थित ऐक्सिस बैंक पहुंचा तो पता चला कि उसके खाते से पिछले कुछ दिनों में चैक से साढे छह लाख रुपए से अधिक की राशि निकाली जा चुकी है. उस शाखा से लालाराम को पता चला कि इस वर्ष फरवरी में उसके खाते की चेक बुक से जोधपुर की जलजोग शाखा से दो बार में 6 लाख रुपए निकाले गए हैं.
अप्रैल में आखलिया सर्किल ब्रांच से 55 हजार रुपए व जुलाई में ओलंपिक शाखा से 5100 रुपए निकाले गए. लालाराम ने अंदेशा जताया है कि बैंक के किसी कर्मचारी की मिलीभगत से रुपये निकाले गए हैं. पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की है. पीड़ित मूलत: भीलवाड़ा के जहाजपुरा का रहने वाला है.
चेक बुक के लिए लंबा इंतजार मत कीजिए
अगर आपने अपने बैंक एकाउंट की चेक बुक मंगाने के लिए रिक्वेस्ट भेजी हो तो उसका लंबा इंतजार मत कीजिए. तय समय के बाद भी अगर चेक बुक नहीं मिलती है तो इसको लेकर संबंधित बैंक शाखा से शिकायत करें. अन्यथा चेक बुक आपकी जगह किसी और के हाथ लग गई तो खाते को साफ ही कर दिया जाएगा.
इसलिए है सांठ-गांठ की आशंका
सामान्यत बैंक से एक लाख की से ज्यादा की राशि निकाले जाने पर बैंक का एसएमएस आता है. लेकिन लालाराम के पास मैसेज नहीं आया. ऐसे में बिना बैंक कर्मी के सहयोग के राशि निकलना आसान नही है. इस बात का भी पता लगाने की भी आवश्यकता है कि रुपए निकालने का एसएमएस किस नम्बर पर गया होगा.
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7 से 10 दस दिन में आ जाती है चेक बुक...
बैंकों से आजकल तुरंत चेकबुक नहीं मिलती है. बैंक शाखा या आॉन लाइन आवेदन करने पर ग्राहक के दिए गए पते पर ही चेक बुक डाक द्वारा पहुंचती है. लेकिन लालाराम के साथ ऐसा नहीं हुआ. उसकी चेकबुक उसे नहीं मिली. ऐसे में एक समय के बाद अगर चेकबुक नहीं मिलती है तो ग्राहक को सजग होना चाहिए.