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मनरेगा में गड़बड़ी की शिकायत, फर्जी मजदूरों के नाम पर उठाए जा रहे पैसे

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Published : Feb 19, 2020, 12:28 PM IST

मनरेगा में गड़बड़ियों के आरोप लगते रहते हैं. लेकिन प्रशासन से बार-बार शिकायत के बावजूद भी जांच नहीं होती तो यह शिकायतें लगातार बढ़ती ही जाती हैं. खुडानिया ग्राम पंचायत के ग्रामीण और मजदूर मनरेगा में हो रही गड़बड़ी को लेकर दो बार प्रदर्शन कर चुके हैं. लेकिन अभी तक जिला प्रशासन की ओर से कोई जांच नहीं करवाई गई है. जिसके बाद ग्रामीणों में एक बार फिर प्रदर्शन किया.

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फर्जी मजदूरों के नाम पर उठाए जा रहे पैसे

झुंझुनू. महात्मा गांधी रोजगार गारंटी (मनरेगा) अधिनियम के तहत 100 दिन के रोजगार की गारंटी होती है. जिले के मनरेगा में यह आरोप लगाया जा रहा है कि इस भुगतान का फायदा वहां के सुपरवाइजर उठाते है. वह ऐसे मजदूरों का नाम लिखते है जो काम नहीं करते है. ऐसे में मजदूरों को दी जाने वाली राशि सुपरवाइजर अपने पास रखते है.

फर्जी मजदूरों के नाम पर उठाए जा रहे पैसे

जिले के खुडानिया ग्राम पंचायत के मनरेगा कार्यो में गड़बड़ी, फर्जीवाड़े और मजदूरी में कटौती को लेकर गांव के लोगों ने प्रदर्शन किया. मनरेगा में काम करने वाली महिला मजदूरों ने बताया कि खुडानिया ग्राम के मनरेगा कार्यों के मस्टरोल में मेट और ग्राम सहायक की मिलीभगत से फर्जी मजदूरों के नाम लिखे जाते हैं. जिसके बाद कार्यरत मजदूरों की मजदूरी से कटौती की जाती है. दूसरी ओर घर बैठे मजदूरों को पैसे ज्यादा दिए जाते हैं.

पढ़ेंः झुंझुनूं: महिलाओं ने 'हम क्या चाहते आजादी' के नारे लगाकर 56 घंटे का 'शाहीन बाग' किया खत्म

पूर्व में भी 10 जनवरी को शिकायत का प्रार्थना पत्र कलेक्टर को सौंपा गया था जो कि कलेक्टर के आदेशानुसार सूरजगढ़ बीडीओ ने जांच की. लेकिन जांच कार्य करने वाले लोग 10 दिवस का आश्वासन देकर चले गए लेकिन अभी तक कोई जांच नहीं हुई. मेट राजेंद्र सिंह का व्यवहार महिलाओं के प्रति अच्छा नहीं है और इस को जल्द से जल्द हटा दिया जाए. मजदूरों के साथ होने वाले अन्याय के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए.

झुंझुनू. महात्मा गांधी रोजगार गारंटी (मनरेगा) अधिनियम के तहत 100 दिन के रोजगार की गारंटी होती है. जिले के मनरेगा में यह आरोप लगाया जा रहा है कि इस भुगतान का फायदा वहां के सुपरवाइजर उठाते है. वह ऐसे मजदूरों का नाम लिखते है जो काम नहीं करते है. ऐसे में मजदूरों को दी जाने वाली राशि सुपरवाइजर अपने पास रखते है.

फर्जी मजदूरों के नाम पर उठाए जा रहे पैसे

जिले के खुडानिया ग्राम पंचायत के मनरेगा कार्यो में गड़बड़ी, फर्जीवाड़े और मजदूरी में कटौती को लेकर गांव के लोगों ने प्रदर्शन किया. मनरेगा में काम करने वाली महिला मजदूरों ने बताया कि खुडानिया ग्राम के मनरेगा कार्यों के मस्टरोल में मेट और ग्राम सहायक की मिलीभगत से फर्जी मजदूरों के नाम लिखे जाते हैं. जिसके बाद कार्यरत मजदूरों की मजदूरी से कटौती की जाती है. दूसरी ओर घर बैठे मजदूरों को पैसे ज्यादा दिए जाते हैं.

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पूर्व में भी 10 जनवरी को शिकायत का प्रार्थना पत्र कलेक्टर को सौंपा गया था जो कि कलेक्टर के आदेशानुसार सूरजगढ़ बीडीओ ने जांच की. लेकिन जांच कार्य करने वाले लोग 10 दिवस का आश्वासन देकर चले गए लेकिन अभी तक कोई जांच नहीं हुई. मेट राजेंद्र सिंह का व्यवहार महिलाओं के प्रति अच्छा नहीं है और इस को जल्द से जल्द हटा दिया जाए. मजदूरों के साथ होने वाले अन्याय के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए.

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