झुंझुनू. जिले के जनप्रतिनिधी और जिला प्रशासन जन कल्याण की दिशा में बेहतर काम कर रहे हैं. विधायक अपने कोटे से स्थानीय क्षेत्र विकास के कार्यों के लिए खर्च करने में प्रदेशभर में दूसरे स्थान पर हैं. विधायक कोष की राशि खर्च करने, प्रभावी क्रियान्वयन के विभिन्न पैरामीटर्स को लेकर जारी सूची में झुंझुनू का प्रदेश के 33 जिलों में से दूसरा स्थान है.
पहले पायदान और झुंझुनू के बीच फासला महज 0.4 अंकों का ही रहा है. झुंझुनू जहां 3.2 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है, तो वहीं बारां 3.6 अकों को साथ पहले स्थान पर है. विधायक कोटे से विकास कार्यों के लिए नोडल एजेंसी जिला परिषद के बेहतर प्रबंधन का ही परिणाम है कि यहां महज 92.67 लाख रूपये ही औसतन प्रति विधायक के कोष में हैं. बाकी राशि खर्च की जा चुकी है.
प्रति विधायक उपलब्ध नकद राशि में जिला 5वें स्थान पर रहा है. अर्थात जिले के माननीय विधायकगण भी तत्परता से अपनी अभिशंषाएं प्रेषित कर रहे हैं और राज्य के अन्य जिलों की तुलना में विधायक कोष से कार्य प्रस्तावित करने में काफी आगे है.
जिले की सरकारी मशीनरी की सक्रियता का भी हुआ अंदाजा
अभिशंषित कार्यों के विरूद्ध स्वीकृत कार्यों की संख्या के प्रतिशत की बात करें, तो ये आंकड़ा झुंझुनू में 63.59 प्रतिशत रहा है. झुंझुनू में विधायकों के साथ-साथ सरकारी मशीनरी की सक्रियता का अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि कार्य पूर्णता प्रतिशत की श्रेणी में इसे ए ग्रेड मिला है. यहां 278 कार्यों में से 179 कार्य यानी 64.39 प्रतिशत कार्य पूरे किए जा चुके हैं.
पिछली आंकलन में मिली थी झुंझुनू को चौथी रैंक
उपलब्ध कार्यों के विरूद्ध अप्रारम्भ कार्यों का प्रतिशत की बात करें तो ये महज 18.35 फीसदी है और जिला यहां भी अच्छी ग्रेड में मौजूद है. सबसे अच्छी बात है कि रैंक में 2 पायदानों का सुधार हुआ है. इससे पहले झुंझुनू की चौथी रैंक थी. अब ये दूसरी रैंक पर आ गया है. यहां अग्रिम राशि के विरूद्ध समायोजित राशि का प्रतिशत भी 76.51 रहा है.
वहीं गत विधानसभा तक के कार्यों का तो 100 फीसदी समायोजन किया जा चुका है. इस मामले में न केवल झुंझुनू पहले स्थान पर है, बल्कि पूरे प्रदेश में ये उपलब्धि हासिल करने वाला एकमात्र जिला भी है. इसका मतलब ये है कि पिछली विधानसभा में विधायकों की ओर से करवाए गए सभी विकास कार्यों का पूरा भुगतान संबंधित एजेंसियों को किया जा चुका है.
ये पैरामीटर्स हैं इस सूची में
ये सूची विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास कोष के तहत विधायकों की अभिशंषा, वित्तीय स्वीकृति में लगा समय, प्रशासनिक स्वीकृति में लगा समय, अभिशंषित कार्य को शुरु करने में लगा समय, कार्य को पूरा होने में लगा समय और पिछले कार्यों की राशि के समायोजन के आधार पर यानी कि 6 पैरामीटर्स से बनी है.
श्रेय पूरी टीम को
इस पर जिला परिषद् मुख्य कार्यकारी अधिकारी जयप्रकाश नारायण का मानना है कि विधायकों ने निरंतर दिए निर्देश एवं जिला परिषद व पंचायत समितियों के अधिकारीगण विशेषतया तकनीकी एवं लेखाधिकारी और कार्मिकों की सजगता और मॉनिटरिंग का ही नतीजा है कि जिला विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास कोष के कार्य निष्पादन में द्वितीय रैंक पर है.