चिड़ावा (झुंझुनू). जिले के चिड़ावा कस्बे के नजदीक लालचौक के पास हुए दर्दनाक सड़क हादसे में मारे गए चारों युवको का शुक्रवार को अंतिम संस्कार हुआ. नम आंखों के बीच चारों को अंतिम विदाई दी गई. चिड़ावा शहर में एक साथ चार अर्थियां उठने से गमगीन माहौल है. शोक के चलते कुछ दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान बंद भी रखे. वहीं एसडीएम ने परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिया है.
बहन को छोड़कर वापस आ रहे चारों की गाड़ी एक पशु के सामने आने से अनियंत्रित होकर ट्रक से जा टकराई. इस हादसे में चारों पंकज, चेतन, भानूप्रताप और प्रदीप की मौत हो गई. इनमें पंकज और भानूप्रताप घर के इकलौते थे. हादसे का शिकार हुए चारों युवक मोहनका की ढाणी के रहने वाले थे और आपस में अच्छे दोस्त थे.
चिड़ावा के पंडित गणेशनारायण मंदिर मार्ग और बाइपास स्थित मुक्तिधाम में चारों मृतक युवकों का अंतिम संस्कार हुआ. युवकों की उम्र 20 से 25 साल के बीच थी. चारों मृतक युवक सैनी समाज से थे. अंतिम संस्कार में सैनी समाज और सर्व समाज के बहुत लोग शामिल हुए. साथ ही एक वार्ड से एक साथ चार अर्थियां उठीं तो वार्ड समेत चिड़ावा में गमगीन माहौल हो गया. अंतिम यात्रा में चिड़ावा एसडीएम जगदीश प्रसाद गौड़, चिड़ावा सीआई लक्ष्मी नारायण सैनी आदि भी शामिल हुए.
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बता दें कि चिड़ावा एसडीएम ने इस हादसे पर खेद प्रकट करते हुए कहा कि पुलिस विभाग से अपील की है कि दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान करके वहां पर लाइट रिफलेक्टर लगाए जाएं. वहीं एसडीएम ने कहा कि परिवार को हर संभव मदद देने के लिए प्रशासन तैयार है.