झुंझुनू. संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा काले कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर के सामने दिया जा रहा धरना आज 126वें दिन भारतीय किसान यूनियन टिकैत के अध्यक्ष रामसिंह डांगी की अध्यक्षता में जारी रहा. धरना स्थल पर संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर अंबेडकर जयंती पर संविधान बचाओ, बहुजन किसान मजदूर एकता दिवस के रूप में मनाया गया. सर्वप्रथम डॉ. अंबेडकर के चित्र पर अध्यक्ष रामसिंह के नेतृत्व में माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई. एडवोकेट धर्मपाल चिड़ावा ने संविधान की शपथ दिलाई.
धरना स्थल पर अंबेडकर और भारतीय संविधान को याद करते हुए वक्ताओं ने कहा आजादी के आंदोलन में हमारे शहीदों ने कुर्बानी देकर अंग्रेजों से देश की जनता को आजादी दिलाई थी. वह हमें सच्ची आजादी नहीं मिली थी, लेकिन भारतीय जनता को लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत संविधान के जरिए जनतांत्रिक अधिकार मिले हैं, लेकिन केंद्र में भाजपा सरकार आने के बाद जनता के ये लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचला जा रहा है.
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इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि संविधान के तहत बनी लोकतांत्रिक संस्थाओं को ध्वस्त की जा रही है. सभी सरकारी संस्थाओं का निजीकरण कर के आरक्षण को समाप्त किया जा रहा है. पूंजीपतियों के दबाब में केंद्र सरकार किसान आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है. वक्ताओं ने कहा कि जन विरोधी काले कानूनों को पूंजीपतियों के हितों के लिए थोपे जा रहे हैं. किसान आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है.