झुंझुनू. जिले में फरवरी के अंतिम सप्ताह से लेकर मार्च के पहले सप्ताह तक कई बार बारिश हुई. इसके साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों में हुए ओलावृष्टि ने भी कहर भी बरपाया. ऐसे में फसलों का बीमा करवाने वाले किसान इस आस में बैठे है कि उन्हें इस नुकसान का मुआवजा मिलेगा, लेकिन कहीं ना कहीं अधिकारी इस दौरान सर्वे में कोताही बरतते हैं. ऐसे में सही तरीके से सर्वे नहीं होने पर शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. साथ ही उचित मुआवजे की मांग भी की.
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नहीं किया गया है सही तरीके से सर्वे
ग्रामीणों का कहना है कि ओलावृष्टि में सबसे ज्यादा नुकसान जिले को हुआ है और जब सर्वे की टीम ओलावृष्टि में हुए नुकसान का सर्वे करने गई थी तो उसने ओलावृष्टि का सही सर्वे नहीं किया. ग्रामीणों का कहना है कि ओलावृष्टि में सरसों, गेहूं, चने और प्याज की सारी फसलें चौपट हो चुकी है, जिसके चलते किसानों को भारी नुकसान हुआ है. इसी संदर्भ में ग्रामवासी कलेक्टर से दोबारा सर्वे कराने की मांग कर उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं.