झुंझुनूं. नगर परिषद सभापति सुदेश अहलावत ने मंगलवार को प्रेस वार्ता कर स्थानीय विधायक बृजेंद्र ओला पर आरोप लगाए. सभापति ने कहा कि स्थानीय विधायक जयपुर में स्वायत्त शासन विभाग में फाइल अटका रहे हैं. जिसके कारण शहर में कई विकास कार्य ठप्प हो गए हैं. सभापति ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही अटके काम शुरू नहीं हुए तो धरना-प्रदर्शन और आंदोलन किया जाएगा.
सभापति ने कहा कि आचार संहिता लगने से पहले 81 विकास कार्यो के टेंडर जारी हुए थे. जिसकी प्रक्रिया आचार संहिता के दौरान पूरी हो गई. लेकिन बाद में विधायक ने नगर परिषद के नेता प्रतिपक्ष के माध्यम से डीएलबी में शिकायत करवा दी. डीएलबी की टीम दोबारा जांच कर चुकी है. जिसमें सारा काम ठीक पाया गया है. लेकिन इसके बाद भी डीएलबी से जांच रिपोर्ट जारी नहीं हो रही है. अधिकारियों से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय विधायक का दबाव है कि नगर निकाय चुनाव की आचार संहिता लगने तक इन कामों को रोक कर रखना है.
झुंझुनूं नगर परिषद में पहली बार ही भाजपा का बोर्ड बना है और इससे पहले कद्दावर जाट नेता शीशराम ओला ही लगभग तय करते थे कि यहां सभापति कौन रहेगा. इस बार बोर्ड बनने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई थी और कमान उनके पुत्र विधायक बृजेंद्र ओला के हाथ में थी. लेकिन भाजपा ने अपना बोर्ड बना लिया. नगर परिषद सभापति ने बृजेंद्र ओला पर आरोप लगाए गए हैं. देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस की ओर से किस तरह की प्रतिक्रिया आती है.