झुंझुनू. नगर परिषद सभापति के दावेदार के रूप में नामांकन की अंतिम तिथि समाप्त होने के साथ ही यहां पर पहली अल्पसंख्यक महिला सभापति मिलना तय हो गया है. भारतीय जनता पार्टी के 60 में से केवल 10 पार्षद आने के बावजूद अभी तक मैदान में ताल ठोक रही पार्टी ने यह मान लिया है कि इस बार सभापति का पद उनके लिए नहीं है. हालांकि, पार्टी ने कांग्रेस में फूट की आशा को अभी भी नहीं छोड़ा है.
यह बचे हैं मैदान में
सभापति पद के लिए कांग्रेस की ओर से अधिकृत प्रत्याशी नगमा मैदान में हैं. तो दूसरी ओर कांग्रेस के टिकट पर खड़ी हुई नाजिमा ने अपना नामांकन वापस ले लिया. वहीं, भारतीय जनता पार्टी से नामांकन भरने वाली शिखा शर्मा और भाजपा की टिकट पर पार्षद जीती, लेकिन निर्दलीय के रूप में नामांकन करने वाली सविता खंडेलिया भी फार्म उठाकर मैदान से बाहर हो गई.
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वहीं, भारतीय जनता पार्टी की ओर से वार्ड 6 से निर्दलीय जीतने वाले बातुला बानो को उम्मीदवार बनाया गया है. बातुला बानो के समाज के 10 पार्षद जीत कर आए हैं. ऐसे में भाजपा को आशा है कि कांग्रेस पार्टी में फूट होगी और यदि 10 के 10 उनके समाज के पार्षद कांग्रेस में होने के बावजूद बतुला को वोट कर जाएं, तो भाजपा अपने 10 के 10 निर्दलीयों के माध्यम से कोई खेल कर सकती है. उधर, कांग्रेस अपने 34 जीते हुए पार्षद और 6 निर्दलीयों के साथ बाड़ेबंदी में रणथम्भोर के होटल में निगाहें रखी हुई है.