झालावाड़. शहर के उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय परिसर में द्वितीय अंतर महाविद्यालय खेलकूद और सांस्कृतिक प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया. प्रतियोगिता के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ आरके रहे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ डीसी जोशी ने की. इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ डीसी जोशी ने कहा कि संपूर्ण शिक्षा का अर्थ शैक्षणिक गतिविधियों में सांस्कृतिक तथा खेलकूद का समावेश है.
उन्होंने कहा कि खेलों से न सिर्फ व्यक्ति के शारीरिक शौष्ठव का विकास होता है, बल्कि टीम भावना के गुण का भी विकास होता है. खेलों से नेतृत्व क्षमता का विकास होता है. इसके अतिरिक्त खेलों से तुरंत निर्णय लेने की क्षमता भी विकसित होती हैं. खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने से हम एक दूसरे की संस्कृति एवं आचार व्यवहार, खान-पान, वेशभूषा से परिचित होते हैं.
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन से विद्यार्थी प्रतिदिन के पाठ्यक्रम के नीरस जीवन से अलग हटकर आनंददायक माहौल में व्यतीत करता है. अध्यक्ष द्वारा तीन दिवसीय खेलों के शुभारंभ की घोषणा के साथ खिलाड़ियों को खेल को खेल की भावना से खेलने की शपथ भी दिलाई गई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए खेलों का होना बहुत जरूरी है.
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उन्होंने इस दौरान जिला स्तर पर महाविद्यालय खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित करने तथा मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी लैब का प्रयोग उद्यानिकी महाविद्यालय के छात्रों द्वारा किए जाने का सुझाव भी दिया. तीन दिवसीय खेल और सांस्कृतिक प्रतियोगिता में कोटा सम्बद्ध कृषि महाविद्यालयों के खिलाड़ी वॉलीबॉल, क्रिकेट, कबड्डी, बैडमिंटन, टेबल-टेनिस, बास्केटबॉल व एथलेटिक्स की प्रतियोगिता में भाग लेंगे.