मनोहरथाना (झालावाड़). राजस्थान के हाड़ोती संभाग में गर्मियों में जहां तापमान 48 से 50 डिग्री को छूने लगता है, तो वहीं सर्दियों में यह इस स्तर तक नीचे गिर जाता है, कि पेड़ों पर पहाड़ी क्षेत्रों की तरफ बर्फ जमने लग जाती है.
झालावाड़ जिले के मनोहरथाना कस्बे में भी एक सप्ताह से तापमान में गिरावट चल रही है. जिस वजह से फसलों पर बर्फ जमने से किसानों को भी नुकसान हो सकता है. स्कूलों में शीतकालीन अवकाश की वजह से बच्चों को इस ठंड से राहत मिली हुई है. इस बारे में डॉक्टरों का कहना है सर्दी के मौसम में ऊनी कपड़ों सहित गर्म पेय पदार्थ का उपयोग अवश्य करें.
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पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी का असर गांवों, ढाणियों और कस्बों में भी देखने को मिल रहा है. यहां पर सर्द हवाओं के साथ-साथ रात्रि का तापमान 6 डिग्री में जा रहा है. यही कारण है कि रात को छोटे पेड़ पौधों पर बर्फ जम रही है तो दूसरी ओर सर्द हवाओं ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त भी कर रखा है. ठंड और कोहरे की वरह से विजिबिलिटी भी बेहद कम हो गई है. यही कारण है कि पहले तो वाहन चालक इतने गहरे कोहरे में निकलने से कतरा रहे हैं और मजबूरी में निकलना पड़े तो वह दिन में भी लाइट और डीपर के सहारे अपना सफर कर रहे हैं.
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ठंड और कोहरे का आलम इस कदर बढ़ गया है कि जिले का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कामखेड़ा भी अब कोहरे की वजह से नजर नहीं आ रहा है. वहीं मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिन तक लगातार जबरदस्त ठंड पड़ेगी. खेतों में जहां-जहां पानी था, वह पानी वहीं पर जम गया. बता दें कि इस बर्फ की वजह से यह पौधे जल सकते हैं. इसके अलावा फसलों पर बर्फ जमने से किसानों को भी नुकसान हो सकता है.