मनोहरथाना (झालावाड़). जिले के दांगीपुरा थाना क्षेत्र के पिपलिया गांव में धार्मिक आयोजन चल रहा था, जिसमें भोजन भंडारा आयोजित किया जा रहा था. सड़क किनारे भंडारा करने के चलते मार्ग अवरुद्ध हो गया. इस दौरान दांगीपुरा थाना अधिकारी चंद्रभान सिंह मय पुलिस जाप्ते के मौके पर पहुंचे और उन्हें समझाइश देकर भीड़ इकट्ठी न करने के लिए कहा.
इस दौरान मौके पर मौजूद हजारों लोग उग्र हो गए और पुलिस गाड़ी पर हमला कर दिया. जिसके बाद पुलिस अपनी जान बचाकर वहां से भागी. इसके बाद मनोहरथाना डीएसपी दुर्गा राम चौधरी सूचना के आधार पर घटना स्थल पर पहुंचे. घटना में अभी तक यह पता नहीं लगा कि कितने पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. भीड़ उग्र होने के कारण अफरा तफरी का माहौल हो गया था. उग्र भीड़ ने सड़क मार्ग पर आने-जाने वाहनों पर पत्थर मारकर वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया.
बता दें कि पिपलिया गांव में चल रहे धार्मिक आयोजन में आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में पहुंचे थे. अनुमानित संख्या 1500 सौ से अधिक थी. धार्मिक आयोजन में भोजन करने वाले सभी लोग सोशल डिस्टेंस की खुलेआम धज्जियां उड़ाते नजर आए. वहीं किसी के भी मुंह पर मास्क नहीं लगा था. वहीं सड़क किनारे भोजन करने की वजह से आवागमन बाधित हो रहा था. कोविड-19 के चलते भीड़ एकत्रित न करने और कोरोना गाइडलाइन की पालना को लेकर पुलिस ने समझाइश की तो भीड़ ने पुलिस पर ही हमला कर दिया.