झालावाड़. कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा है. ऐसे में गरीब तबके के लोगों की रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. इसको लेकर हाल ही में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सभी कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को गरीबों की सहायता के लिए आगे आने की अपील भी की है.
ऐसे में झालावाड़ के पीसीसी सदस्य शैलेंद्र यादव ने सचिन पायलट की बात को तो गंभीरता से लिया. लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सोशल डिस्टेंसिंग के आदेशों को दरकिनार कर दिया. कांग्रेस नेता शैलेंद्र यादव झालावाड़ शहर के मल मोहल्ले में खाद्य सामग्री बांटने पहुंच गए. लेकिन न तो खुद मास्क लगाया और न ही वहां पर मौजूद सैंकड़ों लोगों को वायरस के संक्रमण से बचाने का कोई उपाय किया.
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कोरोना वायरस का संक्रमण कम से कम हो इसके लिए सरकार ने जहां 5 से अधिक लोगों के एक जगह जुटने पर पाबंदी लगा रखी है. वहीं, कांग्रेसी नेता ने सैकड़ों की भीड़ जमा कर ली. लेकिन जब खाद्य सामग्री लेने के लिए एक व्यक्ति ने जल्दबाजी की तो कांग्रेसी नेता ने उसके ही गाल पर तमाचा दे मारा.
इस दौरान जब ईटीवी भारत में उनसे बिना आदेश भीड़ जमा करने को लेकर सवाल किया, तो उन्होंने विवादित बयान दे दिया. उन्होंने कहा कि लोग भूखे मरे इससे बढ़िया है कि पेट भरकर मर जाएं.