रानीवाड़ा (जालोर). जिले में राज्य सरकार की ओर से राज्य कर्मियों के वेतन से अनवरत कटौती के विरोध में रानीवाड़ा पंचायत समिति परिसर में कर्मचारियों ने वेतन कटौती आदेश की प्रतियां जलाई और नारेबाजी कर सरकार के प्रति आक्रोश प्रकट किया.
वहीं, भाणाराम बोहरा ने बताया कि राज्य सरकार एक के बाद एक आर्थिक हमले राज्य कर्मचारियों पर हमले कर रही हैं. जिसको आम कर्मचारी बर्दाश्त नहीं करेगा. कोरोना वायरस पर जबरन वसूली के आदेश राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए हैं, जो गलत हैं.
उन्होंने बताया कि बताया कि लोकतांत्रिक सरकार का ये अलोकतांत्रिक रवैया आम कर्मचारियों को चुभ रहा है. कटौती प्रस्ताव का खुला विरोध करते हैं. साथ ही राज्य सरकार की ओर से उपार्जित अवकाश के नगद भुगतान पर रोक हटाने, स्थगित माह मार्च का वेतन का तत्काल भुगतान करने, कोरोना के नाम पर कर्मचारियों की सहमति बगैर वेतन काटने, अल्प वेतनभोगी, परिवीक्षाकाल में नियुक्त कर्मचारियों का वेतन काट कर राज्य सरकार ने कर्मचारियों के हितों पर कुठाराघात किया हैं.
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ग्राम विकास अधिकारी संघ रानीवाड़ा के ब्लॉक अध्यक्ष भंवर पुरी गोस्वामी ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से कोविड-19 के परिपेक्ष में राज्य कर्मियों के वेतन से एक और दो दिन का वेतन अनवरत काटने का निर्णय लिया हैं. जिससे राज्य कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश और असंतोष व्यात है. जिस पर सरकार की ओर से पारित अनुचित निर्णयों के आदेशों का विरोध जताते हुए प्रतियों की होली जलाई गई है. साथ ही राज्य सरकार अपने कर्मचारी विरोधी निणर्यो पर पुनः विचार कर कर्मचारियों पर लगाये गए आर्थिक प्रतिबंधों को बहाल करने की मांग की है.