जालोर. लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार के अनुमति से बड़ी संख्या में प्रवास से जिले में आ रहे प्रवासियों को जिला प्रशासन द्वारा होम आइसोलेट किया जा रहा है, जिसमें कुछ जगहों से शिकायत आ रही है कि होम क्वॉरेंटाइन व्यक्ति नियमों की पालना नहीं कर रहे हैं.
ऐसे में आज जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने कोरोना संक्रमण बचाव और वं रोकथाम प्रबन्धन के तहत होम क्वॉरेंटाइन के नियमों की अवहेलना करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं. जिला कलेक्टर ने जिले के सभी उपखंड अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने क्षेत्र में होम क्वॉरेंटाइन किये गये व्यक्ति परिवार के घरों पर निगरानी व्यवस्था को और कड़ी करें.
निगरानी दलों को भी इस संबंध में सजग और सतर्क रहने के लिए पाबन्द करें. यदि होम क्वॉरेंटाइन किया हुआ कोई व्यक्ति घर से बाहर घूमता हुआ मिले या इससे संबंधित जारी नियमों और निर्देशों का उल्लंघन करता हुआ पाया जाये तो उसके खिलाफ तत्परता से कार्रवाई करें, ताकि दूसरे लोग लॉकडाउन के दौरान होम क्वॉरेंटाइन के नियमों की अवहेलना नहीं करे.
करीबन 30 हजार आये हैं प्रवासी
राज्य सरकार द्वारा चार दिन पहले प्रवासियों को लेकर एक आदेश जारी किया था, जिसके बाद बड़ी संख्या में प्रवासी जिले में आ रहे हैं. जिले की सीमा पर बनाई गई चैक पोस्टों पर स्क्रीनिंग करने के बाद सभी को जिले में प्रवेश दिया जा रहा है. पिछले 4 दिनों में अन्य प्रदेशों से करीबन 30 हजार से ज्यादा प्रवासी जिले में आये हैं. इन सब को प्रशासन ने होम क्वॉरेंटाइन कर रखा है.
जालोर कोरोना से अब तक सुरक्षित, प्रवासियों की स्क्रीनिंग पर जोर
जालोर. प्रदेश के 29 जिलों में कोरोना वायरस दस्तक दे चुका है, लेकिन जालोर जिला अभी तक अछूता है. जिले में कोविड-19 का पॉजिटिव मामला एक भी मामला नहीं है. जिले में चिकित्सा विभाग द्वारा कोरोना वायरस के संदिग्ध 682 लोगों के सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजे गए थे, जिसमें से 629 की रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई है. जबकि 53 सैम्पल प्रक्रियाधीन हैं.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. गजेन्द्र सिंह देवल के निर्देशन में चिकित्साकर्मियों ने डोर-टू-डोर सर्वे कर स्क्रीनिंग की. साथ ही विभिन्न गतिविधियां कर आमजन को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक किया जा रहा है. वहीं जिले में आने वाले प्रवासियों को होम और संस्थागत क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है.
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उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के लाॅकडाउन में प्रवासियों को गृह जिलो में आने की छूट के पश्चात राजस्थान में सर्वाधिक प्रवासी जालोर जिले में आ रहे हैं. इसी संदर्भ में समस्त चिकित्साकर्मियों को सतर्क रहने के निर्देश दिये गये हैं.
जिले में चिकित्सा विभाग के समस्त अधिकारियों और कार्मिकों को प्रत्येक प्रवासी की सघन स्क्रीनिंग और प्रत्येक प्रवासी को अनिवार्य रूप से होम और संस्थागत क्वॉरेंटाइन करने के लिए निर्देशित किया गया है. वहीं चिकित्सा विभाग की टीमों को होम क्वॉरेंटाइन किये गये व्यक्तियों और आईएलआई लक्षण वाले व्यक्तियों पर विशेष निगरानी रखने और एडवाइजरी अनुरूप होम क्वॉरेंटाइन के नियमों की शत-प्रतिशत पालना करने के लिए पाबंद किया जा रहा है.
17 लाख 60 हजार लोगों की हुई स्क्रीनिंग
सीएमएचओ देवल ने बताया कि जिले में 582 टीमों द्वारा सर्वे किया जा रहा है. जिनके द्वारा जिले में अब तक 4 लाख 71 हजार 449 घरों का सर्वे कर 17 लाख 60 हजार 955 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है. स्क्रीनिंग के दौरान आईएलआई लक्षण जैसे सर्दी, जुकाम, बुखार, खांसी जैसे लोगो का विशेष तौर पर ध्यान रखने के निर्देश दिये गये हैं.