सांचौर (जालोर). जिले के सांचौर में पिछले 4 चार दिनों से गुजरात सरकार के खिलाफ किसान आंदोलन चल रहा था. जिसमें 28 किसान अनशन पर और 250 किसान कार्मिक अनशन कर रहे थे. किसानों की मांग थी कि राजस्थान के हिस्से का 2200 क्यूसेक पानी नर्मदा नहर में पूरा दिया जाए और नर्मदा नहर की सभी वितरिकाओं में बाड़ाबंदी से दिए जा रहे पानी की नियमित सप्लाई शुरू की जाए.
जबकि गुजरात से पानी की सप्लाई कम आने के कारण नर्मदा विभाग किसानों को नियमित पानी नहीं दे पा रहा था. इस गतिरोध के चलते किसान आंदोलन कर रहे थे. जिसके बाद शुक्रवार को सांचोर एसडीएम भूपेंद्र कुमार यादव और नर्मदा नहर परियोजना के अधिकारियों के लिखित आश्वासन पर धरना समाप्त कर दिया गया है.
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किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष हिन्दू सिंह दूठवा ने बताया कि रबी की सीजन में किसानों ने हजारों हेक्टेयर में बुवाई कर रखी है, लेकिन नहर में पानी नहीं आने के कारण किसान अपनी फसल की सिंचाई नहीं कर पा रहे थे. साथ ही किसानों के बढ़ते आक्रोश के चलते आंदोलन शुरू किया था, लेकिन अब एसडीएम व नर्मदा विभाग के अधिकारियों के लिखित आश्वासन के बाद आंदोलन खत्म किया गया है.