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जालोर में मानसून की तैयारियों में जुटे किसान

कृषि विभाग की ओर से जालोर जिले में 5 लाख 93 हजार हेक्टेयर में खरीफ फसल की बुवाई होने का लक्ष्य है. किसानों का कहना है कि 2010 में अच्छी बारिश की तरह इस बार भी अच्छी बारिश होने की पूर्ण संभावना है, जिसको लेकर किसान खेतों में अपनी तैयारियां कर रहे हैं.

Farmers engaged in monsoon preparations, मानसून की तैयारियों में जुटे किसान
मानसून की तैयारियों में जुटे किसान
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Published : Jun 10, 2020, 10:19 PM IST

भीनमाल (जालोर). मानसून के आगमन की तैयारी के साथ ही किसान खेतों की सफाई में जुट गए हैं. ऐसे में इस बार मानसून समय पर पहुंचा तो खरीफ फसल की बंपर बुवाई होगी. कृषि विस्तार विभाग अधिकारियों का कहना है कि समय पर बारिश होने पर फसलों की बुवाई होगी.

Farmers engaged in monsoon preparations, मानसून की तैयारियों में जुटे किसान
खरीफ की होगी बंपर बुवाई

विभाग की ओर से इस साल 5 लाख 93 हजार हेक्टयेर में खरीफ फसल की बुवाई का लक्ष्य है, जो पिछले साल के मुकाबले 18 हजार टन अधिक है. अमूमन प्रदेश में 25 जून से 10 जुलाई तक मानसून के पहुंचने की संभावना रहती है. किसानों का कहना है कि मानसून के आने से पूर्व ही खेतों की सफाई कर रहे हैं. जिससे बरसात होने पर फसल की बुवाई हो सके.

पढ़ेंः COVID-19 : पाली में रोहट-गाजनगढ़ टोल के 26 कर्मचारी कोरोना से संक्रमित

5 लाख 93 हजार हेक्टेयर में बुवाई की संभावना

कृषि विभाग की ओर से जिले भर में 5 लाख 93 हजार हैक्टेयर में खरीफ फसल की बुवाई होने का लक्ष्य है. जिसमें बाजरा 3 लाख हैक्टर, मूंग एक लाख दस हजार, ग्वार 55 हजार, अरण्डी 50 हजार, तिल 22 हजार, मूंगफली 18 हजार, मोठ 10 हजार, ज्वर 6 हजार, कपास एक हजार, छोटे खाद्यान 10 हजार शामिल हैं.

पढ़ेंः Corona Update: प्रदेश में कोरोना की मार, अब तक 11,245 बीमार

वहीं मानसून 25 से जून से 10 जुलाई तक पहुंच जाता है, खरीफ फसलों की बुआई के लिए यह समय उपयुक्त है. इस दौरान फसल की बुवाई के लिए उपयोग आद्रता रहती है. इन 15 दिनों में हुई फसल अच्छी तरह से अंकुरित होती है. पौधा जल वृद्धि करता है, दाने भी अच्छे आते हैं. इस दौरान मानसून पहुंचने या मानसून की बारिश होने पर खरीफ की बंपर बुवाई होगी.

भीनमाल (जालोर). मानसून के आगमन की तैयारी के साथ ही किसान खेतों की सफाई में जुट गए हैं. ऐसे में इस बार मानसून समय पर पहुंचा तो खरीफ फसल की बंपर बुवाई होगी. कृषि विस्तार विभाग अधिकारियों का कहना है कि समय पर बारिश होने पर फसलों की बुवाई होगी.

Farmers engaged in monsoon preparations, मानसून की तैयारियों में जुटे किसान
खरीफ की होगी बंपर बुवाई

विभाग की ओर से इस साल 5 लाख 93 हजार हेक्टयेर में खरीफ फसल की बुवाई का लक्ष्य है, जो पिछले साल के मुकाबले 18 हजार टन अधिक है. अमूमन प्रदेश में 25 जून से 10 जुलाई तक मानसून के पहुंचने की संभावना रहती है. किसानों का कहना है कि मानसून के आने से पूर्व ही खेतों की सफाई कर रहे हैं. जिससे बरसात होने पर फसल की बुवाई हो सके.

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5 लाख 93 हजार हेक्टेयर में बुवाई की संभावना

कृषि विभाग की ओर से जिले भर में 5 लाख 93 हजार हैक्टेयर में खरीफ फसल की बुवाई होने का लक्ष्य है. जिसमें बाजरा 3 लाख हैक्टर, मूंग एक लाख दस हजार, ग्वार 55 हजार, अरण्डी 50 हजार, तिल 22 हजार, मूंगफली 18 हजार, मोठ 10 हजार, ज्वर 6 हजार, कपास एक हजार, छोटे खाद्यान 10 हजार शामिल हैं.

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वहीं मानसून 25 से जून से 10 जुलाई तक पहुंच जाता है, खरीफ फसलों की बुआई के लिए यह समय उपयुक्त है. इस दौरान फसल की बुवाई के लिए उपयोग आद्रता रहती है. इन 15 दिनों में हुई फसल अच्छी तरह से अंकुरित होती है. पौधा जल वृद्धि करता है, दाने भी अच्छे आते हैं. इस दौरान मानसून पहुंचने या मानसून की बारिश होने पर खरीफ की बंपर बुवाई होगी.

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