जैसलमेर. सरहदी जिले जैसलमेर में एक ओर एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का सफल परीक्षण हुआ है. इसी के साथ भारतीय थल सेना की क्षमता में अभूतपूर्व वृध्दि हुई है. जिले के पोकरण क्षेत्र में DRDO ने फायरिंग रेंज में मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का सफल परीक्षण किया हैं.
DRDO भारतीय सेना के लिए स्वदेशी हथियारों से सुसज्ज्जित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. इसकी ओर से गुरुवार को जैसलमेर की पोकरण फायरिंग रेंज में मिसाइल का परीक्षण किया गया. डी.आर.डी.ओ और सैन्य विशेषज्ञों की उपस्थिति में यह इस मिसाइल का यूजर ट्रायल किया गया जो कि पूरी तरह सफल रहा.
परीक्षण में मिसाइल ने अपनी अधिकतम मारक क्षमता ढाई किलोमीटर की दूरी तक जाकर अपने लक्ष्य को सफलता पूर्व ध्वस्त किया. अभी तक इस मिसाइल का नामकरण नहीं किया गया हैं. यह परीक्षण अभी भी चल रहे है. मिसाइल को मेन पोर्टेबल इसलिए कहा गया है कि इसको सैनिक कंधे से भी फायर कर सकता है.
विश्वसनीय रक्षा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय सेना देसी हथियारो के जरिये अपनी ताकत को और मजबूत करने में जुटी हुई हैं. उसके अन्तर्गत डी.आर.डी.ओ की ओर से विकसित की गई मेन पोर्टेबल एंटी टेंक गाईडेड मिसाईल के परीक्षणो से हुए धमाकों से पूरी पोकरा रेंज धमाको से गूंजायमान हो गई.
सेना व डी.आर.डी.ओ के उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में संपन्न हुवें यूसर ट्रायल के दौरान मिसाईल ने अपने टार्गेट पर हिट करते हुए सफलता हासिल की. बुधवार रात से चल रहे ट्रायल्स गुरुवार को भी जारी रहे.