जैसलमेर. राजस्थान की राजनीति में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी द्वारा पार्टी बनाने की चर्चा अब राजस्थान में हर जगह हो रही है. सुर्खियों में रहने वाले ओवैसी की राजस्थान में एंट्री होती है, तो माना जा रहा है कि इसका सीधा नुकसान कांग्रेस को होगा. ओवैसी की राजस्थान में एंट्री पर राजस्थान की गहलोत सरकार के मंत्री सालेह मोहम्मद ने कहा कि ओवैसी समझदार हैं, वो राजस्थान में नहीं आएंगे.
राजस्थान सरकार में अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालेह मोहम्मद ने कहा कि प्रदेश के लगभग 70 प्रतिशत अल्पसंख्यक कांग्रेस से जुड़े हुए हैं. कांग्रेस अल्पसंख्यकों के लिए अच्छा काम कर रही है. ओवैसी की एंट्री की बातें विरोधी फैला रहे हैं, ताकि अल्पसंख्यकों के वोट डायवर्ट हों, लेकिन यह वोट डाइवर्ट करने का उनका प्रयास विफल होगा और विरोधी दलों के मंसूबे पूरे नहीं होंगे.
मंत्री ने कहा कि जहां भी चुनाव लड़े जाते हैं, वो किसी एक जाति या धर्म पर नहीं, बल्कि 36 कौम के साथ लड़ा जाता है और जनता अब विकास के मुद्दे पर वोट करती है ना कि जाति-धर्म के आधार पर. उन्होंने कहा कि ओवैसी की राजस्थान में एंट्री अल्पसंख्यकों को तोड़ने के लिए विपक्षियों द्वारा खेला गया एक दांव है, जो सफल नहीं होगा.
इस दौरान पंचायतीराज चुनावों में जैसलमेर जिले में कांग्रेस की हार व कांग्रेस की गुटबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में क्रॉस वोटिंग दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि जनता ने कांग्रेस को जिला परिषद में पूर्ण बहुमत दिया था और उनके 9 सदस्य जीत कर आए थे, लेकिन जो जीत कर आए थे, उन्हीं लोगों ने पार्टी के साथ धोखा किया.
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कैबिनेट मंत्री ने कहा कि कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ छलावा किया गया है, जिले में हार का मुख्य कारण पार्टी के साथ रहकर बदमाशी करना है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने जिन प्रत्याशियों पर भरोसा किया, उन्हीं ने पार्टी के साथ विश्वासघात किया. जिस पर प्रदेश प्रभारी अजय माकन के नेतृत्व में जांच होनी चाहिए, ताकि विश्वासघात करने वालों पर कार्रवाई हो सके.
गौरतलब है कि पंचायतीराज चुनावों में मंत्री सालेह मोहम्मद ने भी अपने परिवार के निर्दलीय प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार किया था. उस पर मंत्री ने कहा कि वे निर्दलीय के रूप में भी पार्टी के साथ ही थे, लेकिन जो कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लड़े और जीतने के बाद भाजपा को क्रॉस वोटिंग की उनके खिलाफ कार्रवाई जरूरी है.