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जैसलमेर: उपजाऊ जमीन निजी कंपनियों को आवंटित करने का किसानों ने किया विरोध - किसान आंदोलन

फतेहगढ़ तहसील के किसानों सहित जैसलमेर के कई जनप्रतिनिधि 15 फरवरी को जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और फतेहगढ़ तहसील के दवाड़ा, मुलाना और भीमसर सहित कई गांव में कृषि योग्य भूमि को विंड व सोलर कंपनियों को आवंटित करने का विरोध किया.

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किसानों का विरोध प्रदर्शन...
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Published : Feb 16, 2021, 8:07 AM IST

जैसलमेर. फतेहगढ़ क्षेत्र में लगभग 5,000 बीघा भूमि अडानी कंपनी को आवंटित की गई है, जो कि खेती योग्य उपजाऊ जमीन है. किसानों का कहना है कि इस आवंटित जमीन में लगभग 2,000 से 2,500 बीघा भूमि पर किसानों के वाद चल रहे हैं. कुछ किसानों के पक्ष में निर्णय हो चुका है, लेकिन नामांतरण शेष है. ऐसे में यह भूमि कंपनी को आवंटित करना किसानों और स्थानीय जनता के साथ अन्याय है.

किसानों का विरोध प्रदर्शन...

इस दौरान जैसलमेर के पूर्व विधायक सांग सिंह भाटी ने कहा कि वर्तमान राजस्थान सरकार किसान विरोधी सरकार है और जैसलमेर के किसानों के साथ कुठाराघात किया जा रहा है. क्योंकि उपजाऊ जमीन कंपनियों को आवंटित की जा रही है. उन्होंने यहां के जनप्रतिनिधियों पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि इन कंपनियों को जमीन आवंटित करने में जनप्रतिनिधियों का हाथ है. इसी कारण से यह जमीन उन्हें दी जा रही है, जबकि जिले के कई भूमिहीनों द्वारा हजारों आवेदन भूमि आवंटन के लिए किया गया है. लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही.

यह भी पढ़ें: जैसलमेर शहर के नजदीक दिन के उजाले में हो रहा अवैध खनन, कोई रोकने-टोकने वाला नहीं

वहीं कांग्रेस नेत्री सुनीता भाटी भी किसानों के साथ मौजूद रही और उन्होंने कहा कि जैसलमेर का लाठी-चांदन क्षेत्र सरस्वती नदी का प्रवाह क्षेत्र माना जाता है और यह उपजाऊ जमीन किसानों को आवंटित होने चाहिए न कि निजी कंपनियों को. उन्होंने कहा कि सभी जिले का विकास चाहते हैं और यदि कंपनियों को जमीनें देनी है तो अन्य कई बंजर जमीन मौजूद है वो देनी चाहिए.

जैसलमेर. फतेहगढ़ क्षेत्र में लगभग 5,000 बीघा भूमि अडानी कंपनी को आवंटित की गई है, जो कि खेती योग्य उपजाऊ जमीन है. किसानों का कहना है कि इस आवंटित जमीन में लगभग 2,000 से 2,500 बीघा भूमि पर किसानों के वाद चल रहे हैं. कुछ किसानों के पक्ष में निर्णय हो चुका है, लेकिन नामांतरण शेष है. ऐसे में यह भूमि कंपनी को आवंटित करना किसानों और स्थानीय जनता के साथ अन्याय है.

किसानों का विरोध प्रदर्शन...

इस दौरान जैसलमेर के पूर्व विधायक सांग सिंह भाटी ने कहा कि वर्तमान राजस्थान सरकार किसान विरोधी सरकार है और जैसलमेर के किसानों के साथ कुठाराघात किया जा रहा है. क्योंकि उपजाऊ जमीन कंपनियों को आवंटित की जा रही है. उन्होंने यहां के जनप्रतिनिधियों पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि इन कंपनियों को जमीन आवंटित करने में जनप्रतिनिधियों का हाथ है. इसी कारण से यह जमीन उन्हें दी जा रही है, जबकि जिले के कई भूमिहीनों द्वारा हजारों आवेदन भूमि आवंटन के लिए किया गया है. लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही.

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वहीं कांग्रेस नेत्री सुनीता भाटी भी किसानों के साथ मौजूद रही और उन्होंने कहा कि जैसलमेर का लाठी-चांदन क्षेत्र सरस्वती नदी का प्रवाह क्षेत्र माना जाता है और यह उपजाऊ जमीन किसानों को आवंटित होने चाहिए न कि निजी कंपनियों को. उन्होंने कहा कि सभी जिले का विकास चाहते हैं और यदि कंपनियों को जमीनें देनी है तो अन्य कई बंजर जमीन मौजूद है वो देनी चाहिए.

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