वेल्लोर: तमिलनाडु में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जल संसाधन मंत्री और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) महासचिव दुरई मुरुगन के कई ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रेड हुई है. शुक्रवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के सशस्त्र कर्मियों की कड़ी सुरक्षा के बीच ईडी की छापेमारी चल रही है.
सूत्रों ने बताया कि, जब ईडी के अधिकारी मंत्री दुरई मुरुगन के आवास पर रेड मारने पहुंचे तो घर पर कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था. रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी अधिकारी परिसर में इंतजार कर रहे थे. जबकि साथ ही पल्लीकुप्पम में डीएमके पदाधिकारी पुंचोलाई श्रीनिवासन के आवास पर तलाशी ले रहे हैं.
शुक्रवार को ईडी की कार्रवाई कथित तौर पर पहले की वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ी हुई है. छापेमारी के दौरान डीएमके कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भारी भीड़ दुरई मुरुगन के आवास के सामने जमा हो गई. खबर है कि, छापेमारी के बीच, मंत्री दुरई खुद चेन्नई में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मुलाकात कर रहे हैं.
वहीं, किसी भी तनावपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों की एक टीम भीड़ को नियंत्रित करने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया है. वहीं, जांच पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, सूत्रों के मुताबिक, आज (शुक्रवार) की छापेमारी 2019 के चुनावों के दौरान धन के दुरुपयोग की चल रही जांच को लेकर की जा रही है.
वित्तीय अनियमितताओं का आरोप
मंत्री दुरई मुरुगन और उनके बेटे और वेल्लोर निर्वाचन क्षेत्र के सांसद कथिर आनंद वेल्लोर जिले के कटपडी में एक ही घर में रहते हैं. इस मामले में, ईडी की टीम आज सुबह उनके घर की जांच करने के लिए पहुंची. हालांकि, सांसद कथिर आनंद और तमिलनाडु के जल संसाधन मंत्री दुरई मुरुगन घर पर नहीं थे, इसलिए प्रवर्तन विभाग ने कथिर आनंद से फोन पर संपर्क किया. जब कथिर आनंद सहमत हुए, तो प्रवर्तन विभाग ने वेल्लोर नगर निगम के उप महापौर सुनील, पार्टी कैडर वन्निया राजा और एडवोकेट बालाजी से हस्ताक्षर प्राप्त किए. फिर अधिकारियों ने मंत्री दुरई मुरुगन के घर में दोपहर 2:45 बजे तलाशी शुरू की थी.
कथिर आनंद के वकील बालाजी को भी ईडी अधिकारियों के साथ भेजा गया था. इस मामले में ईडी के अधिकारी सांसद कथिर आनंद के घर में 5 घंटे से अधिक समय से तलाशी ले रहे हैं. अब वे घर के अंदर हथौड़े, छेनी और बड़े-बड़े सैंडबार लेकर आए हैं. ऑपरेशन के दौरान परिसर की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ के करीब 10 जवानों को तैनात किया गया.
बता दें कि, वेल्लोर में DMK किसान विंग के नेता पूनचोलाई श्रीनिवासन को पहले 2019 के संसदीय चुनावों के दौरान आरोप लगे थे जब उनके आवास से बेहिसाब नकदी जब्त की गई थी. इस ऑपरेशन के कारण वित्तीय अनिमियतताओं की व्यापक जांच हुई.
पिछली जब्ती
2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (आईटी) ने दुरई मुरुगन के आवास पर छापा मारा और 10 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की. पूनचोलाई श्रीनिवासन के सीमेंट गोदामों सहित करीबी सहयोगियों से जुड़ी संपत्तियों पर आगे की छापेमारी में और अधिक बेहिसाब नकदी बरामद हुई. पूनचोलाई के ठिकानों से 11.51 करोड़ रुपये जब्त किए गए. जब्त की गई राशि में 200 रुपये के नए नोटों के बंडल भी शामिल थे.
छापेमारी के दौरान चुनाव से संबंधित सामग्री, जैसे वार्ड-वार मतदाता सूचि मिले. साक्ष्यों से पता चला कि मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए कथित तौर पर कटपडी में एक राष्ट्रीयकृत बैंक शाखा से जुड़े नकद लेनदेन हुए थे. इसके बाद, कटिपडी पुलिस स्टेशन में कटिर आनंद, पुंचोलाई श्रीनिवासन और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
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