पोकरण (जैसलमेर). इलाके के राजकीय अस्पताल के बाहर मुख्य सड़क पर एम्बुलेंस 108 के चालक और घायल के परिजनों के बीच हो रही बहस के कारण चिकित्सकों को घायलों का इलाज सड़क पर ही करना पड़ा. बहस के कारण हो रही देरी के चलते चिकित्सकों को यह कदम उठाना पड़ा.
बता दें कि पिछले दिनों मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने घायलों को 108 एम्बुलेंस से रेफर करने की अनुमति मात्र जैसलमेर की ही देने के निर्देश दिए गए थे. जबकि ट्रोमा सेंटर और आपात स्थिति की सुविधा जैसलमेर की बजाय जोधपुर में है. रविवार की शाम एक सड़क दुर्घटना में आधा दर्जन पदयात्री घायल हो गए. जिनमें से 2 गम्भीर घायलों को तत्काल जोधपुर ले जाया जाना था. प्राथमिक उपचार के बाद घायलो को अस्पताल से बाहर भी ले आया गया.
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जिसके बाद 108 एम्बुलेंस जैसलमेर चलने के लिए तैयार हुई. लेकिन घायलों के परिजन जोधपुर ले जाने की बात पर अड़ गए. ऐसे में करीब आधा घण्टे तक दोनों घायल सड़क पर ही स्ट्रेचर पर पड़े रहे. उनकी बिगड़ती तबीयत पर चिकित्सक ने सड़क पर ही उनका उपचार किया. काफी देर तक फोन करने और बार-बार मिन्नत करने के बाद एम्बुलेंस के कार्मिकों को घायलों को जोधपुर ले जाने की अनुमति दी गई. इस दौरान घायलों और परिजनों को खासी परेशानी हुई.