जयपुर. राजधानी में जहां नजर घुमाओ वहां सड़कों पर कचरे के ढे़र लगे हुए हैं. राजधानी में जगह-जगह सड़कें टूटी पड़ी है. बता दें कि सी स्कीम हो या राजापार्क, परकोटे का किशनपोल हो या ब्रह्मपुरी सभी जगह हालात बद से बदतर हैं. मानसून की बारिश तो अपने साथ खुशहाली लेकर आई, लेकिन निगम प्रशासन की लापरवाही ने इसे बदहाली में बदल दिया.
बता दें कि घरों से नियमित कचरा संग्रहण नहीं होने के चलते सड़कों पर कचरा डिपो की संख्या बढ़ गई है और बारिश में यही कचरा सड़कों पर पसर गया. दूसरी तरफ नालों की सफाई नहीं होने के चलते सड़कें ही नाला बन गई हैं. जलजमाव होने के कारण सड़कें जगह-जगह टूट गई, जो शहर में दुर्घटना का कारण बनी हुई है.
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शहर के प्रथम नागरिक मेयर विष्णु लाटा ने कहा कि बरसात में कचरा प्रबंधन की व्यवस्था खराब होती ही है. उन्होंने तर्क दिया कि लगातार जब बारिश होती है तो कर्मचारी पूरी तरह काम नहीं कर पाता, इस वजह से कचरे की मात्रा बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि एक-दो दिन में बारिश खत्म हो जाएगी तो पूरे शहर को साफ करा दिया जाएगा.
वहीं शहर की सड़कों की हालत को लेकर मेयर ने कहा कि पेच वर्क की सभी फाइल निकाल दी है. बारिश के दौरान या फिर विशेष कहीं सड़कें टूटी हुई हैं तो ठंडी डामर के वर्क आर्डर किए हैं. उससे तत्काल सड़कों को फिलअप करा दिया जाएगा.