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Strike by Assistant Professors: टूटा शिक्षकों के सब्र का बांध, दी सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी

सहायक आचार्य 21 दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. उनकी मांग है कि जो शिक्षक हटाए गए हैं, उन्हें फिर से नियुक्ति दी जाए और विद्या संबल योजना के तहत लगाए गए सहायक आचार्यों का अलग से कैडर बनाए जाए. मांग नहीं मानने पर सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी दी है.

Strike by Assistant Professors in Jaipur, gave waring of mass self immolation
टूटा शिक्षकों के सब्र का बांध, दी सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी
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Published : Jan 16, 2023, 7:07 PM IST

Updated : Jan 16, 2023, 8:47 PM IST

सहायक आचार्यों ने दी सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी...

जयपुर. राजस्थान सरकार ने 2021 में विद्या संबल योजना की शुरुआत करते हुए प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में 2000 सहायक आचार्य नियुक्त किए थे. हालांकि सत्र पूरा होने से पहले ही इनमें से आर्ट्स के करीब 300 सहायक आचार्य को हटा दिया गया. कॉमर्स के भी 300 शिक्षकों पर कभी भी गाज गिर सकती है. जिसके खिलाफ बीते 21 दिन से ये शिक्षक यूनिवर्सिटी में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. अब उन्होंने विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले तक मांगे नहीं माने जाने की स्थिति में सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी दी है.

प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों में विद्या संबल योजना के तहत लगाए गए करीब 300 सहायक आचार्यों को हटा दिया गया है. इतनी ही हटाए जाने की कगार पर हैं. ऐसे में इन शिक्षकों के लिए विशेष कैडर बनाने और हटाए गए शिक्षकों कि दोबारा नियुक्ति करने की मांग को लेकर राजकीय महाविद्यालय सहायक आचार्य शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षक 21 दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं.

पढ़ें: धरने पर बैठे शिक्षकों के समर्थन में उतरा एबीवीपी, रजिस्ट्रार का पुतला फूंका

शिक्षकों ने विद्या संबल योजना के तहत लगाए गए सहायक आचार्य का विशेष कैडर बनाने की मांग की है. साथ ही योजना से हटाए गए शिक्षकों को जल्द दोबारा नियुक्ति प्रदान करने और शिक्षकों को मासिक आधार पर वार्षिक वेतन प्रदान करने की मांग की है. शिक्षकों ने बताया कि राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना से जुड़ने के लिए प्राइवेट कॉलेज के अच्छे वेतनमान को छोड़कर वो राजकीय महाविद्यालयों से जुड़े थे. लेकिन बीच सत्र में ही उन्हें नई नियुक्ति और ट्रांसफर का हवाला देकर हटाया जा रहा है. ऐसे में उन्होंने विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले उनकी मांगों पर उचित फैसला नहीं लेने पर विधानसभा का घेराव करते हुए सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी दी है.

पढ़ें: Rajasthan University: शिक्षकों का पदोन्नति आदेश जारी, धरना समाप्त

आपको बता दें कि हाल ही कॉलेज शिक्षा में विद्या संबल योजना के तहत अस्थाई शिक्षक लगाने के प्रावधानों में बदलाव किया गया था. राजकीय कॉलेजों में 60 फीसदी स्वीकृत पद रिक्त रहने की स्थिति में ही अस्थाई शिक्षक लगाने की बाध्यता को सरकार ने हटा दिया. अब कॉलेजों में शून्य पद रिक्त रहने पर भी अस्थाई शिक्षक लगाए जा सकेंगे. बावजूद इसके सहायक आचार्य पद पर लगे अस्थाई शिक्षकों को हटाया जा रहा है.

सहायक आचार्यों ने दी सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी...

जयपुर. राजस्थान सरकार ने 2021 में विद्या संबल योजना की शुरुआत करते हुए प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में 2000 सहायक आचार्य नियुक्त किए थे. हालांकि सत्र पूरा होने से पहले ही इनमें से आर्ट्स के करीब 300 सहायक आचार्य को हटा दिया गया. कॉमर्स के भी 300 शिक्षकों पर कभी भी गाज गिर सकती है. जिसके खिलाफ बीते 21 दिन से ये शिक्षक यूनिवर्सिटी में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. अब उन्होंने विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले तक मांगे नहीं माने जाने की स्थिति में सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी दी है.

प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों में विद्या संबल योजना के तहत लगाए गए करीब 300 सहायक आचार्यों को हटा दिया गया है. इतनी ही हटाए जाने की कगार पर हैं. ऐसे में इन शिक्षकों के लिए विशेष कैडर बनाने और हटाए गए शिक्षकों कि दोबारा नियुक्ति करने की मांग को लेकर राजकीय महाविद्यालय सहायक आचार्य शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षक 21 दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं.

पढ़ें: धरने पर बैठे शिक्षकों के समर्थन में उतरा एबीवीपी, रजिस्ट्रार का पुतला फूंका

शिक्षकों ने विद्या संबल योजना के तहत लगाए गए सहायक आचार्य का विशेष कैडर बनाने की मांग की है. साथ ही योजना से हटाए गए शिक्षकों को जल्द दोबारा नियुक्ति प्रदान करने और शिक्षकों को मासिक आधार पर वार्षिक वेतन प्रदान करने की मांग की है. शिक्षकों ने बताया कि राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना से जुड़ने के लिए प्राइवेट कॉलेज के अच्छे वेतनमान को छोड़कर वो राजकीय महाविद्यालयों से जुड़े थे. लेकिन बीच सत्र में ही उन्हें नई नियुक्ति और ट्रांसफर का हवाला देकर हटाया जा रहा है. ऐसे में उन्होंने विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले उनकी मांगों पर उचित फैसला नहीं लेने पर विधानसभा का घेराव करते हुए सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी दी है.

पढ़ें: Rajasthan University: शिक्षकों का पदोन्नति आदेश जारी, धरना समाप्त

आपको बता दें कि हाल ही कॉलेज शिक्षा में विद्या संबल योजना के तहत अस्थाई शिक्षक लगाने के प्रावधानों में बदलाव किया गया था. राजकीय कॉलेजों में 60 फीसदी स्वीकृत पद रिक्त रहने की स्थिति में ही अस्थाई शिक्षक लगाने की बाध्यता को सरकार ने हटा दिया. अब कॉलेजों में शून्य पद रिक्त रहने पर भी अस्थाई शिक्षक लगाए जा सकेंगे. बावजूद इसके सहायक आचार्य पद पर लगे अस्थाई शिक्षकों को हटाया जा रहा है.

Last Updated : Jan 16, 2023, 8:47 PM IST
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