पिछले कुछ सालों में देश में बढ़ती बीमारियों के बीच विटामिन बी12 की कमी भी एक बड़ी समस्या बन गई है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक, देश में 30 प्रतिशत लोगों में इस विटामिन की कमी है. गलत खानपान, खराब जीवनशैली, जंक फूड खाने की बढ़ती आदत इस विटामिन की कमी का मुख्य कारण है. विटामिन बी12 की कमी एक जेनरल समस्या है.
यही वजह है कि डॉक्टर लगभग ज्यादातर लोगों को हर 6 महीने में कम से कम एक बार जांच कराने की सलाह देते हैं. क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि अगर इस विटामिन की कमी हो जाए तो शरीर में कई तरह की बीमारियां जन्म ले लेती हैं. इस खबर में जानिए कि विटामिन बी12 की कमी से कौन से रोग होते हैं? इस विटामिन की कमी की भरपाई कैसे की जा सकती है?
विटामिन बी12 की कमी से कौन-कौन सी बीमारी हो सकती है?
अमेरिकन सोसाइटी ऑफ हेमेटोलॉजी के अनुसार, विटामिन बी12 की कमी शरीर के लगभग हर अंग को प्रभावित करती है. इस विटामिन की कमी से कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. विटामिन बी12 कम होने पर शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं भी कम होने लगती हैं. कुछ लोगों को मेगालोब्लास्टिक एनीमिया भी होता है. इसमें बड़ी लाल कोशिकाएं होती हैं. ये शरीर के लिए अच्छे नहीं हैं. विटामिन बी12 की कमी का मुख्य लक्षण एनीमिया है. एनीमिया के कारण शरीर में ब्लड की कमी हो जाती है. जो बेहद खतरनाक हो सकता है.
विटामिन बी12 की कमी से मस्तिष्क संबंधी रोग
डॉक्टरों के मुताबिक, विटामिन बी12 की कमी न्यूरोलॉजिकल रोगों के लिए एक रिस्क फैक्टर है. इस विटामिन की कमी से याददाश्त कमजोर हो सकती है. विटामिन बी12 की कमी वाले कुछ लोगों में परिधीय न्यूरोपैथी भी विकसित हो जाती है. यह नर्वस सिस्टम पर प्रभाव डालता है. विटामिन बी12 की कमी से डिमेंशिया का खतरा भी बढ़ जाता है.
2021 में जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, विटामिन बी12 की कमी से बुढ़ापे में डिमेंशिया हो सकता है. इससे भूलने की बीमारी हो जाती है. याददाश्त खत्म होने लगती है. यह मस्तिष्क पर अलग-अलग तरह से प्रभाव डालता है. कुछ मामलों में बुजुर्गों में भी पार्किंसंस रोग का खतरा बढ़ जाता है.
कई अध्ययनों से पता चलता है कि विटामिन बी12 की कमी भी चिंता और अवसाद का कारण बन सकती है. हर साल ऐसे मामले भी सामने आते हैं. त्वचा और बालों की समस्याओं का कारण विटामिन बी12 की कमी है. डॉक्टरों के मुताबिक, विटामिन बी12 की कमी त्वचा और बालों दोनों को प्रभावित करती है. इससे रूखी त्वचा और बालों का झड़ना जैसी समस्याएं होने लगती हैं. विटामिन बी12 की कमी से सीलिएक रोग और क्रोहन रोग जैसी पाचन तंत्र की समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है.
विटामिन बी12 की कमी से हार्ट डिजीज और डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है. हालांकि ऐसे मामले दुर्लभ हैं, लेकिन इस विटामिन की कमी के कारण ये समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.
शरीर में विटामिन बी12 क्यों कम हो रहा है?
आहार विशेषज्ञ का कहना है कि शरीर में विटामिन बी12 की कमी के कई कारण होते हैं. जो लोग शाकाहारी आहार का पालन करते हैं उनमें आमतौर पर इस विटामिन की कमी होती है. लेकिन अब कमी पहले से कहीं ज्यादा नजर आ रही है. इसका कारण आहार में दूध, दही मक्खन, हरी सब्जियां और फल जैसे स्वस्थ खाद्य पदार्थों की कमी है. अब लोग फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड ज्यादा खाते हैं. इस प्रकार का आहार शरीर में विटामिन बी12 के अवशोषण को धीमा कर देता है. विटामिन बी12 का उत्पादन शरीर स्वयं नहीं कर सकता. केवल भोजन से प्राप्त होता है. इसलिए इस विटामिन की कमी से बचने के लिए पर्याप्त भोजन करना चाहिए.
वेबएमडी के अनुसार, विटामिन बी12 की कमी के लक्षण
- थकान, कमजोरी
- सिरदर्द, चक्कर आना
- वजन घटना
- त्वचा संबंधी समस्याएं
- बालों का झड़ना
- स्मृति हानि
विटामिन बी12 की कमी को रोकने के उपाय
- अपने आहार में मांस, मछली, अंडे और दही को शामिल करें.
- डॉक्टर की सलाह के अनुसार विटामिन बी12 की खुराक लेनी चाहिए.
- पर्याप्त नींद.
- रोजाना पर्याप्त मात्रा में योग और व्यायाम करना चाहिए.
- डॉक्टर की सलाह के अनुसार विटामिन बी12 की दवाएं लेना शुरू करें.
(डिस्क्लेमर: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)