नई दिल्ली: देश के सबसे अधिक कर्मचारी वाले संगठन भारतीय रेलवे ने 10 फरवरी के दिन प्रदर्शन का ऐलान किया है. भारतीय रेलवे में 12 लाख से अधिक कर्मचारी हैं. विभिन्न संगठनों ने 10 फरवरी को विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है. इस विरोध में रेलवे के लोकोपायलट और गार्ड काला बैच लगाकर ट्रेन का संचालन करेंगे, रेलवे कर्मचारियों के विरोध और प्रदर्शन से यात्री सेवाओं पर असर नहीं पड़ेगा, लेकिन रेलवे का काम थोड़ा प्रभावित हो सकता है.
एनपीएस और यूपीएस का विरोध: उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन के यूथ विंग की तरफ से 10 फरवरी को नॉर्दर्न रेलवे के सभी ब्रांचों में सोमवार सुबह 11 बजे से प्रदर्शन का आवाहन किया गया है. इस दौरान नई पेंशन स्कीम (एनपीएस ) और यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) के विरोध में यह प्रदर्शन किया जाएगा. प्रदर्शन के दौरान रेलवे कर्मचारी यूपीएस का गजट भी जलाकर विरोध व्यक्त करेंगे.
रेल प्रशासन हाय हाय
— Northern Railway Men's Union, Delhi Division (@NRMUDelhiSocial) February 7, 2025
🏴भ्रष्ट अधिकारी हो बर्बाद 🏴
🏴 अफसरशाही नही चलेगी 🏴
🏴नियम का पालन करना होगा🏴 pic.twitter.com/KugP2xGtNe
गार्ड और लोको पायलट का विरोध: ऑल इंडिया गार्ड काउंसिल ने सांकेतिक विरोध का आवाहन किया है. इसका समर्थन ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन ने भी किया है. ट्रेन के लोको पायलट और गार्ड काला बैच लगाकर ट्रेन का संचालन करेंगे. दरअसल मामला यह है कि ट्रेन रुकने के बाद अब गार्ड को हैंडब्रेक लगाना होगा. इसके लिए गार्ड को ट्रेन से उतरकर कई कोच के पहिए के पास गुटका लगाना होगा. ट्रेन चलने से पहले गुटका हटाना भी होगा. पहले ये काम रेलवे स्टेशन पर तैनात कर्मचारी करते थे. ये काम अब ट्रेन के गार्ड को दे दिया है इसका गार्ड विरोध कर रहे हैं.
एनआरएमयू का पहले से चल रहा प्रदर्शन : ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन (एनआरएमयू) अपनी कई मांगों को लेकर दिल्ली मंडल के डीआरएम ऑफिस के बाहर 16 जनवरी से प्रदर्शन कर रहे हैं. आरोप है कि रेलवे रूल 14.2 का दुरुपयोग कर रहा है. आरोप लगाया जा रहा है कि रेलवे की तरफ से बिना जांच किए कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया जा रहा है. दिल्ली मंडल में ऐसे 3 कर्मचारियों के साथ हो चुका है.
ये भी पढ़ें :