जयपुर. केंद्र सरकार की नीतियों और वादाखिलाफी के विरोध में शनिवार को राजधानी जयपुर में सामाजिक संगठनों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोला. दो दर्जन से अधिक सामाजिक संगठनों ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने 5 सालों में देश को धर्म के नाम पर बांटने की कोशिश की है. सामाजिक कार्यकर्ता अरुणा राय ने कहा कि केंद्र सरकार मनरेगा योजना सहित जनकल्याणकारी योजनाओं को पूरा करने की बजाय देश को धर्म के नाम पर बांट रही है.
अरुणा राय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में कहा था कि वह मनरेगा को जीवित रखेंगे. लेकिन मनरेगा का पैसा रोक दिया गया. सरकार की आलोचना करने पर देशद्रोही के मुकदमे लगा कर जेल में डाला जा रहा है. आलोचना करने सबको अधिकार होता है. अगर सरकार में कोई कमी है तो उसको लेकर सरकार को जागरूक करने के लिए सामाजिक संगठन आलोचना करेंगे.
राय ने कहा कि सरकार आलोचनाओं को सुनने की बजाय सामाजिक कार्यकर्ताओं पर ही मुकदमे कर उन्हें जेल में बंद कर रही है. इसलिए मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है कि आप अपना वोट डालिए और लोकतंत्र में अपनी भागीदारी निभाइये. और एक ऐसी सरकार बनाने में अपनी भूमिका निभाए. जो देश के लोगों की मूलभूत सुविधाओं का ख्याल रखें. ना कि उन्हें धर्म के नाम पर बांटे. इस दौरान बैठक में जलियांवाला बाग हत्याकांड के 100 साल पूरे होने पर इस घटना में मारे गए लोगों को याद किया गया.