जयपुर. महाराष्ट्र के पुणे में हाल ही में सम्पन्न हुए रोल बॉल वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में भारत का दमदार प्रदर्शन रहा है. जहां एक तरफ पुरुषों की टीम ने सिल्वर मेडल हासिल किया है, वहीं महिला टीम ने ब्रॉन्ज मेडल पाया है. इस बार की पदक विजेता इंटरनेशनल टीम में राजस्थान की दो महिला खिलाड़ियों के साथ-साथ एक पुरुष खिलाड़ी ने भी भाग लिया था. वहीं, अंतरराष्ट्रीय टीम के कोच विक्रम सिंह भी राजस्थान से रहे.
पदक जीतकर गुरुवार को जयपुर लौटे विजेता खिलाड़ियों को IPL की खुमारी के बीच अपनी इस जीत की चर्चा नहीं होने का मलाल भी है. ईटीवी भारत ने विजेता खिलाड़ियों के साथ कोच से विशेष बातचीत की, जहां उन्होंने अपने प्रदर्शन, आगे के लक्ष्य और जीत के लम्हों को साझा किया. 21 से 26 अप्रैल तक आयोजित इस वर्ल्ड कप में 45 देशों ने भाग लिया था. पुरुषों की टीम फाइनल मुकाबले में केन्या से 4 के मुकाबले 7 गोल से हार गई.
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चार बार वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी है भारत : रोल बॉल वर्ल्ड कप में राजस्थान से शिरकत करने वाले तीन खिलाड़ी भी पदक हासिल करके लौटे हैं. जब ईटीवी भारत ने उनसे इस बारे में बातचीत की तो पता लगा कि आईपीएल की तैयारी में व्यस्त खेल परिषद और खेल मंत्री फिलहाल उनसे नहीं मिल पाए हैं. सोमवार को मुख्य खेल अधिकारी उनसे मुलाकात कर सकते हैं. वहीं, खेल मंत्री के जवाब का इंतजार है. गौरतलब है कि भारतीय टीम चार बार इस प्रतियोगिता में विश्व विजेता रह चुकी है.
इस बार इस प्रतियोगिता में राजस्थान से भाग लेने वाले खिलाड़ियों में अजमेर की तन्वी भटनागर, जयपुर से पूजा चौधरी के अलावा जयपुर के ही विक्की सैनी शामिल हैं. भारतीय टीम के कोच विक्रम सिंह से जब ईटीवी ने पूछा कि बड़ी जीत के बाद क्या वे खुशी के लम्हे को बाकी खेलों की तर्ज पर जश्न के रूप में देखना चाहते हैं, तो उन्होंने कहा कि छोटे समझे जाने वाले खेलों को भी स्पोर्ट्समैन स्पिरिट के मुताबिक तवज्जो मिलनी चाहिए. विक्रम सिंह ने कहा कि राजस्थान में इस खेल की काफी संभावनाएं हैं और प्रदेश के खिलाड़ी हमेशा बेहतर प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं.
खिलाड़ियों ने भी किया खुशी का इजहार : रोल बॉल टीम के सिल्वर पदक विजेता विक्की सैनी ने बताया कि वे अब तक कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में शिरकत कर चुके हैं. वे 2013 से लगातार वर्ल्ड कप में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. इस जीत के बाद उन्हें दोस्तों और रिश्तेदारों से मिली बधाइयों पर भी खुशी का इजहार किया. साथ ही विक्की ने कहा कि लोग क्रिकेट पर ज्यादा ध्यान देते हैं, पर उनके खेल पर विशेष फोकस नहीं है. ऐसे में वे रोल बॉल को भी लोकप्रियता के शिखर पर देखना चाहते हैं.
वहीं, कांस्य पदक विजेता पूजा चौधरी ने बताया कि उनके लिए जीत का लम्हा काफी यादगार था. उनका सपना था कि वह एक बार किसी अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में भारत का प्रतिनिधित्व करें और इस सपने को पूरा करने में उनके कोच और घरवालों ने भी काफी मदद की. पूजा कहती हैं कि फिल्मों के जरिए भी वह प्रेरणा लेती हैं. अपने अनुभव को साझा करते हुए पूजा कहती हैं कि पोलैंड के साथ दो-एक के नजदीकी मुकाबले में मिली जीत उनके लिए हमेशा यादगार रहेगी. वहीं, सेमीफाइनल में इजिप्ट से मिली शिकस्त ने भी उन्हे सबक सिखाया है.